हिमाचल प्रदेश

फांसी पर लटकने से पहले ही कुख्यात अपराधी श्यामल राव रेड्डी जेल से फरार आरोपी का कोई सुराग नही

Admin Delhi 1
22 Jun 2022 11:50 AM GMT
फांसी पर लटकने से पहले ही कुख्यात अपराधी श्यामल राव रेड्डी जेल से फरार आरोपी का कोई सुराग नही
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सिटी न्यूज़: हिमाचल प्रदेश में 18 साल पहले सबसे बड़े 'जेल ब्रेक' को अंजाम देने वाली वारदात चंद रोज से चर्चा में है। दरअसल, इसे अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी श्यामल राव रेड्डी की सूचना देने वाले को एक लाख रुपए का नकद ईनाम देने की घोषणा की गई है। 2004 में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर रेड्डी ने खुद को जेल की बेड़ियों से आजाद कर लिया था। पुलिस की मानें तो मौजूदा समय में रेड्डी की उम्र 50 साल हो चुकी होगी। पतले-दुबले से युवक ने हिमाचल की राजधानी में होटल कारोबारी की सनसनीखेज हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।

अदालत ने रेड्डी को 17 मई 2004 को सजा-ए-मौत की सजा सुनाई थी। सजा के आदेश के महज 3-4 महीने में ही रेड्डी ने जेल ब्रेक का ऐसा चक्रव्यूह रचा था, जो 18 साल बाद भी रहस्य है। सिरमौर पुलिस ने 16 जून 2022 को एक फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी। इसमें उदघोषित अपराधी की सूचना देने वाले को एक लाख का ईनाम देने की घोषणा की गईं इसके बाद ही ये मामला फिर चर्चा में आ गया। लाजमी तौर पर आपके जहन में एक सवाल उठ रहा होगा कि आखिर रेड्डी की फरारी की वारदात हिमाचल के सबसे बड़े जेल ब्रेक के तौर पर क्यों देखी जाती है। दरअसल, नाहन सैंट्रल जेल (Nahan Central Jail) की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देना आसान नहीं था। इसके बाद 50 फुट से उंची दीवार को फांद कर आजादी पाना आसान नहीं था। इस जेल ब्रेक की वारदात सामने आने के बाद जेल महकमे सहित राज्य में कई महीनों तक सुर्खियां बनती रही थी।

बॉटम से टॉप तक के कर्मचारी व अधिकारी नपे थे। कई तो सेवानिवृत हो चुके हैं, जबकि कई आज भी वित्तीय नुकसान झेल रहे हैं। ये बात उभरी थी कि अंदर की मिलीभगत के बगैर जेल ब्रेक को अंजाम नहीं दिया जा सकता था। हिमाचल पुलिस ने सीबीआई के जरिए इंटरपोल (Interpol) से रेड्डी की तलाश को रैड कॉर्नर नोटिस (red corner notice) भी जारी करवाया था। ऐसा नहीं है कि रेड्डी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कोशिश नहीं करती आई है। लगभग 5 साल पहले भी हैदराबाद से संदेह के आधार पर एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर हवाई मार्ग से नाहन लाया गया था। लेकिन फिंगरप्रिंट मैच न होने की वजह से उसे रिहा कर दिया गया था।

अलबत्ता ये जरूर माना जा सकता है कि रेड्डी की गिरफ्तारी को लेकर पिछले सालों में गंभीर प्रयास नहीं हुए। लेकिन अब एक लाख के ईनाम की घोषणा से पुलिस ने अपने इरादे को साफ कर दिया है कि एक न एक दिन वो सलाखों के पीछे होगा। पुलिस द्वारा शेयर की गई सूचना के मुताबिक आंध्र प्रदेश के रहने वाले श्यामल राव रेड्डी की उम्र 50 साल है। वो आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी का रहने वाला है। उसकी दाहिनी छाती पर काला तिल, दाहिने गाल पर आंख के नीचे एक पुराना कटा हुआ निशान है। उल्लेखनीय है कि सन 2000 में रेड्डी ने शिमला में एक होटल कारोबारी व उनकी पत्नी की हत्या की थी। वारदात को अंजाम देने के बाद रेड्डी गिरफ्तार भी हो गया था, लेकिन फरारी के बाद उसे नाहन के करीब से गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन 2004 में उसने नाहन जेल ब्रेक की ऐसी वारदात को अंजाम दिया, जिसके बाद वो आज भी आजाद घूम रहा है। रेड्डी से जुड़ी जानकारी फोन नंबर 01702-222223 पर दी जा सकती है।

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