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हिमाचल प्रदेश
आसां नहीं मैल गांव की डगर, मरीज को 6 किलोमीटर पैदल कुर्सी पर उठाकर पहुंचाया घर
Shantanu Roy
17 Nov 2022 9:28 AM GMT

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बड़ी खबर
सैंज। सैंज तहसील के तहत गाड़ापारली पंचायत के अति दुर्गम मैल गांव की एक बीमार महिला को 6 किलोमीटर पैदल कुर्सी पर उठाकर उनके घर तक पहुंचाया गया। सड़क सुविधा न होने के कारण इस तरह की घटनाएं यहां पर सामने आती रहती हैं। बुधवार को मैल गांव की तारा देवी को निहारनी से कुर्सी पर पैदल उठाकर उनके गांव तक पहुंचाया गया। तारा देवी कुछ दिन पहले जंगल में मवेशी चराने गई हुई थी जहां उनके पैर में चोट आ गई। गंभीर चोट के बाद उन्हें इसी तरह खतरनाक रास्तों से होते हुए ग्रामीणों ने सड़क तक पहुंचाया था तथा उसके बाद कुल्लू अस्पताल पहुंचा कर उनका उपचार चल रहा था। बुधवार को जब उनको अस्पताल से छुट्टी दी गई तो कुल्लू से करीब 70 किलोमीटर सड़क मार्ग से निहारनी गांव तक पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने उन्हें कुर्सी पर उठाकर उनके घर तक पहुंचाया। गौरतलब है कि बीते सोमवार को इसी पंचायत के दूसरे गांव बनाउगी के एक बुजुर्ग मरीज को भी भारी बारिश के बीच इसी तरह अस्पताल तक पहुंचाना पड़ा था।
गर्भवती महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी
पंचायत सदस्य रमेश धामी, ग्रामीण पूर्ण चंद, सुभाष चंद, संतोष, अरुण ठाकुर, लक्ष्मी दत्त आदि का कहना है कि सड़क सुविधा न होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के दौरान सबसे अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है तथा उनकी जान पर खतरा बना रहता है। दशकों से वे लोग सड़क का इंतजार कर रहे हैं लोग वर्षों से अपनी इस मांग को विभिन्न मंचों के माध्यम से सरकार और प्रशासन तक पहुंचाते आ रहे हैं लेकिन न तो प्रशासन इसको लेकर गंभीर है और न ही किसी नेता ने उनके दर्द को महसूस करने का प्रयास किया है।
अब नई बनने वाली सरकार से ही उम्मीद
स्थानीय पंचायत की प्रधान यमुना देवी ने कहा कि कई सरकारें बन कर चली गईं लेकिन किसी ने भी पंचायत में सड़क को पहुंचाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई, उन्हें उम्मीद है कि जब नई सरकार बनेगी तो उनके क्षेत्र को सड़क से जोड़ा जाएगा ताकि लोगों को इस तरह की परेशानी से छुटकारा मिल सके।
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