हिमाचल प्रदेश

बादल फटने की घटना के बाद पांवटा साहिब से सतौन के बीच बाधित रही आवाजाही

Shreya
11 Aug 2023 6:24 AM GMT
बादल फटने की घटना के बाद पांवटा साहिब से सतौन के बीच बाधित रही आवाजाही
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पांवटा साहिब: पांवटा साहिब क्षेत्र के सिरमौरी ताल में बीती रात बादल फटने से चारों और तबाही का मंजर था। आसपास के लोग भयभीत थे तथा जो भी व्यक्ति बादल फटने की घटना की सूचना हासिल कर रहा था वह मदद के लिए मौके की ओर भाग रहा था। भले ही जिला प्रशासन भी रात भर मौके पर मौजूद रहा, परंतु स्थानीय लोगों ने मदद में जो हाथ आगे बढ़ाए उससे जानमाल का काफी नुकसान बचाया जा सका। बादल फटने के स्थान पर चारों और तबाही का मंजर मौके की स्थिति को बयां कर रहा था। जो घर बादल फटने के दौरान मलबे के बीच जमींदोज हो गया था घंटों उसका नामोंनिशान नहीं मिल रहा था। बादल फटने की घटना ने करोड़ों रुपए की तबाही सिरमौरी ताल में कर दी है। बारिश में दिन भर राहत का कार्य प्रभावित किया। इस दौरान स्थानीय लोग, पुलिस, होमगार्ड के जवान मौके पर राहत के कार्यों में जुटे रहे। जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा के अलावा एसडीएम पांवटा साहिब गुंजित सिंह चीमा, डीएसपी पांवटा साहिब मानवेंद्र ठाकुर, तहसीलदार पांवटा साहिब ऋषभ शर्मा पूरी राहत टीम के साथ मौके पर डटे रहे। सबसे बड़ी बात तो यह रही कि एसडीएम पांवटा साहिब गुंजित सिंह चीमा, डीएसपी पांवटा मानवेंद्र ठाकुर व तहसीलदार पांवटा ऋषभ शर्मा रात भर सिरमौरी ताल में डटे रहे।

50 से अधिक लोगों ने रात के अंधेरे में भाग कर अपनी जान बचाई। मौके पर एसडीएम पांवटा, डीएसपी पांवटा व तहसीलदार पांवटा स्थानीय लोगों व रेस्क्यू टीम को निर्देश देते रहे जिसके बाद राहत व बचाव का कार्य आगे बढ़ा। इस दौरान पांवटा के विधायक सुखराम चौधरी, पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी भी घटनास्थल पर मौजूद रहे। प्रशासन और स्थानीय लोगों ने रात भर मुश्किलों के बावजूद राहत व बचाव कार्य किया, जिसके फलस्वरूप मुगलांवाला करतारपुर पंचायत के सिरमौरी ताल गांव में सात परिवारों के 50 से अधिक सदस्यों को उनके घरों में मलबे के बीच से निकाल कर रेस्क्यू किया गया। बादल फटने के बाद स्थिति इतनी भयानक थी कि राजबन बाबा पत्थर नाथ मंदिर से लेकर सिरमौरी ताल तक की तीन-चार किलोमीटर सडक़ को बहाल करने में ही एलएनटी मशीनों को कई घंटों की मशक्कत करनी पड़ी। सडक़ पर बड़े-बड़े पत्थर, पेड़ और कीचड़ इतना भर गया था कि उसे साफ करना मुश्किल हो रहा था।

बावजूद इसके एनएच पर कार्य कर रही कंपनी की मशीनों के चालकों ने बड़ा दिल दिखाते हुए रात भर सडक़ बहाली का कार्य किया। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सतसंग भवन और सीसीआई राजबन में शिफ्ट कर उनके खाने और ठहरने की व्यवस्था कर दी है, जबकि कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनके घरों में भी पानी और मलबा भर गया है जिससे उनको भारी नुकसान हुआ है। घटनास्थल पर बीडीसी चेयरमैन हितेंद्र कुमार, पंचायत प्रधान अजौली नरेंद्र चौधरी सहित ग्रामीणों ने भी राहत व बचाव कार्य की कमान संभाली। वहीं कांग्रेस के नेता असगर अली, अवनीत सिंह लांबा, मोहब्बत अली, अश्वनी शर्मा भी मौके पर पहुंचे। हैरत की बात है कि जब यह आपदा आई तो मात्र 15 किलोमीटर दूर पांवटा साहिब व जिला के अन्य हिस्सों में नाममात्र की बारिश हुई। उधर जिला प्रशासन ने एनएच पर सतौन से राजबन तक सफर न करने की सलाह दी है। (एचडीएम)

खालसा एड के सदस्य भी मैदान में उतरे, लगाया लंगर

पांवटा साहिब। पांवटा साहिब के सिरमौरी ताल गांव में बादल फटने की घटना के बाद हालात बेहद खराब है। इस दौरान प्रशासन द्वारा रेस्क्यू चलाया गया है बुधबार देर रात से वीरबार शाम तक प्रशासन के साथ मिल कर स्थानीय लोग रेस्क्यू में जुटे रहे। वही इस दौरान खालसा एड के सदस्य भी मैदान में उतरे वह सभी के लिए चाय लंगर का इंतजाम किया इसके साथ साथ वह अन्य कामो में भी लोगों की मदद करते नजर आये। बता दे कि तबाही के इस मंजर के बीच जब मौके पर मलबे तले घर मे दबे एक परिवार के सर्च ऑपरेशन का काम चल रहा था तो हजारो लोग यहां मदद के लीय पहुंचे थे।खालसा एड के सदस्य मौके पर खाना और पानी लेकर पंहुचे। खालसा एड के सदस्य प्रदीप सिंह बंगाए गुरजीत सिंहए चरणजीत सिंह, परविंदर सिंह, परमजीत सिंह बंगा, प्रभविंदर सिंह, जसविंदर सिंह और रौनक सिंह आदि ने राहत कार्य में जुटे लोगों के लिए लंगर की मौके पर ही व्यवस्था की। खालसा एड की आपदा के समय इस सेवा की सभी ने प्रशंसा की।

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