हिमाचल प्रदेश

पहाड़ी लगी दरकने, साथ ही सूखा पेड़ भी हादसे के लिए तैयार

Shreya
8 Aug 2023 9:22 AM GMT
पहाड़ी लगी दरकने, साथ ही सूखा पेड़ भी हादसे के लिए तैयार
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शिमला: राजधानी के विकासनगर में पेड़ को आधा काट कर प्रशासन के कर्मचारियों ने छोड़ दिया है। अब यह पेड़ लोगों के घरों के लिए खतरा बना हुआ है। बता दें कि मूसलाधार बारिश के कारण शहर के विकासनगर में कुछ दिन पहले ही एक पेड़ गिरने से घर की छत और पानी की टंकियां टूटी गई थीं। गनीमत यह रही कि बिजली की तारों में पेड़ फंंस गया जिससे घर की छत को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।

वहीं पेड़ गिरने के बाद नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान के साथ यहां पर वन विभाग के अधिकारी भी जायजा लेने पहुंचे थे और यहां पर दो अन्य पेड़ों को भी खतरनाक बताया गया था और नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान ने वन विभाग को आदेश जारी किए थे कि इन दोनों पेड़ों को तुरंत काटा जाए, लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों ने यहां पर कामचोरी कर दी और मौके पर अधिकारियों के सामने आधा ही पेड़ काटा, जो कभी भी गिर सकता है। वहीं, इसके साथ ही एक सूखा पेड़ भी है, जो गिरने की कगार पर हैं। ऐसे में यहां पर यह कई घरों को खतरा बना हुआ है। अब भवन मालिकों को इनके गिरने का डर सताने लगा है। हालांकि स्थानीय लोगों ने प्रशासन से भी इसकी बात की थी। बावजूद इसके भी इन्हें काटा नहीं जा रहा है। स्थानीय लोगों ने मेयर सुरेंद्र चौहान से आग्रह किया है कि इन पेड़ों को तुरंत काटा जाए, ताकि घरों को भी खतरा न बने।

पेड़ गिरने के बाद पहाड़ी दरकना बना खतरा

यहां पर पहाड़ी भी दरक रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यहां से पेड़ों को नहीं काटा गया तो घरों को भारी नुकसान हो सकता है। यदि यह पेड़ रात के समय गिरा तो भवन में रहने वाले लोगों को भी जान का खतरा हो सकता है। ऐसे में लोगों ने मांग की है कि इन पेड़ों को तुरंत काटा जाए। हमने यहां की रिपोर्ट तैयार कर दी थी। वहीं मेयर सुरेंद्र चौहान और स्थानीय पार्षद ने यहां पर दो पेड़ों को काटने के लिए लिखित रूप से वन विभाग को दे दी थी। वहीं वन विभाग के अधिकारियों को बोला भी गया है कि इसे तुरंत काटा जाए वहीं हमने भी इसकी रिपोर्ट वन विभाग को दी है।

निशांत ठाकुर, एसडीएम शिमला ग्रामिण

हमारे कर्मचारी पूरा पेड़ ही काटते हैं। वहीं यहां पर पेड़ नहीं काटे गए हैं इसकी सूचना हमें नहीं हैं। हम इसको लेकर संबङ्क्षधत अधिकारियों से बात कर इन पेड़ों को तुरंत काटने के आदेश देंगे।

अजीत, आरएफओ, शिमला ग्रामिण

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