हिमाचल प्रदेश

आहत हुई शिव भक्तों की आस्था, चंबा नगर परिषद ने रावी नदी किनारे डाल दिया कूड़ा-कचरा

Admin4
20 July 2022 2:06 PM GMT
आहत हुई शिव भक्तों की आस्था, चंबा नगर परिषद ने रावी नदी किनारे डाल दिया कूड़ा-कचरा
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चंबा. नगर परिषद चंबा को कूड़ा डंप करने की जगह नहीं मिली तो उन्होंने सारे शहर का कूड़ा कचरा नदी और नालों के किनारे पर फेंकना शुरू कर दिया है. कचरा प्राचीन रावी नदी में भी फेंका जा रहा है जो यहां की धार्मिक आस्था से भी जुड़ी रही है. यहां आने वाले पर्यटक इसको लेकर परेशान हैं. नगर परिषद द्वारा घरों से कचरा इकट्ठा कर उसे अलग अलग करने का प्रावधान भी है, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही की वजह से यह सारा कूड़ा कचरा गाड़ी भर भरकर नदियों और नालों में फेंक रहे हैं. लोगों द्वारा भी घर निर्माण के कार्य से निकला मलवा नालों में फेंका जा रहा है जो बारिश की वजह से सारा सड़कों से होता हुआ नदियों को प्रदूषित कर रहा है.

चंबा जिला मुख्यालय के साथ बहती रावी नदी को चंबा का दिल भी कहा जाता है. इस पवित्र रावी नदी को आजकल प्रदूषित किया जा रहा है. रावी नदी का धार्मिक महत्व इसीलिए भी ज्यादा है क्योंकि गंगा नदी भगवान शंकर की जटाओं से निकलती है और रावी नदी भगवान शंकर के चरणों से निकलती है. इसीलिए इस का धार्मिक महत्व ज्यादा माना गया है. किसी समय यह पवित्र रावी नदी ऋषि मुनि की तपोस्थली हुआ करती थी. इसके किनारे पर बहुत से ऋषि मुनियों ने तप और ध्यान किया है, इसीलिए ऐसे बहुत से स्थान है जहां पर जिन्हें काफी पवित्र माना जाता है, लेकिन जगह जगह पर रावी नदी के किनारे मलवा फेंका जा रहा है. इससे मुख्यालय पर आने वाले पर्यटक भी काफी निराश दिखते हैं. रावी नदी के पानी को पानी के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन अगर इसी तरह यह नदी प्रदूषित होती रही तो इससे बीमारी फैलने का भी डर बना रहेगा.

लोगों ने बताया कि रावी नदी एक बहुत ही पवित्र नदी है, लेकिन लोगों द्वारा इस में कचरा फेंका जा रहा है. इसमें काफी गंदगी फैल रही है. जहां इसका पानी प्रदूषित हो रहा है वहीं इसमें जलजीव भी प्रभावित हो रहे हैं. लोगों ने बताया कि रावी नदी में जो गंदगी फैलती है उससे मछलियों को भी नुकसान पहुंच सकता है. उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस में गंदगी फैलाने वालों के ऊपर कार्रवाई की जाए, ताकि इसकी पवित्रता को बचाया जा सके

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