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मंडी न्यूज़: सेराज घाटी के थुनाग कस्बे में बादल फटने से हुई त्रासदी को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सोमवार को कुछ दुकानदारों सहित छह परिवारों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया। प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार राजवीर वर्मा ने सोमवार को भारी बारिश के बावजूद संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले छह परिवारों को उनके रिश्तेदारों के घर भेज दिया है। यहां तक कि रविवार को हुए भारी भूस्खलन में बह गए थुनाग के दुकानदारों को भी प्रशासन ने मौसम साफ होने तक अपनी जगह बदलने के लिए कहा है। आपको बता दें कि थुनाग में लगातार दूसरी बार कुदरत ने कहर बरपाया है. लगातार 36 घंटे से अधिक समय तक आसमान से टपकती बारिश की भीषण फुहारों ने खमरार नाले को इतना उग्र बना दिया कि टनों की संख्या में हुए भूस्खलन से दर्जनों दुकानदारों की बचाई हुई सारी संपत्ति पल भर में जमींदोज हो गयी.
घटना के दूसरे दिन सोमवार को भारी बारिश के बावजूद थुनाग के दुकानदार भूस्खलन में बहे सामान की तलाश में जुटे रहे। लेकिन टन भर गिरी गाद ने उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। दो करोड़ से अधिक के इस नुकसान का जायजा लेने के लिए स्थानीय प्रशासन ने नायब तहसीलदार राजवीर वमाज़ के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई है. जो भूस्खलन से प्रभावित सभी दुकानदारों और उनके अगल-बगल के आवासीय मकानों का आकलन कर रहे हैं, जिन्हें लगातार हो रही बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है. बता दें कि पिछले वर्ष भी बरसात के मौसम में थुनाग के चाटी नाले में बादल फटने से थुनाग बाजार में भारी तबाही मची थी। उस समय भी दुकानदारों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था. थुनाग में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए बनी कमेटी के अध्यक्ष नायब तहसीलदार राजवीर वर्मा ने बताया कि भारी बारिश बाजार से गाद हटाने में बाधा बन रही है। प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग से मजदूर और जेसीबी मशीनें उपलब्ध कराने को कहा है।