हिमाचल प्रदेश

टैक्सी यूनियनों ने खोला मोर्चा, शिमला में वीरवार को नहीं चलेंगी 12 हजार टैक्सियां

Shantanu Roy
22 Jun 2023 9:37 AM GMT
टैक्सी यूनियनों ने खोला मोर्चा, शिमला में वीरवार को नहीं चलेंगी 12 हजार टैक्सियां
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शिमला। शिमला जिले में 2 टैक्सी यूनियनों के बीच हुई हिंसा के बाद अब विवाद बढ़ने लगा है। क्षेत्रवाद की राजनीति से नाराज शिमला जिले के टैक्सी ऑप्रेटर्ज ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। बीते दिन मामला तूल पकड़ता देख सरकार द्वारा कमेटी का गठन किया था जिसमें बीते दिन सिरमौर की यूनियन व टैक्सी चालकों से बातचीत हुई थी। वहीं बुधवार को कमेटी ने शिमला की यूनियनों के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। यूनियन के पदाधिकारी बैठक में नहीं गए और टैक्सी यूनियन ने टैक्सी ऑप्रेटर्ज व चालकों के साथ बैठक कर वीरवार को एक बड़ा आंदोलन करने का निर्णय लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि वीरवार को शिमला स्थित डीसी ऑफिस के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन सुबह 10 बजे से शुरू होगा। इसमें जिला भर सहित प्रदेश की टैक्सी यूनियनें भाग लेंगी। इस दौरान जिला शिमला की करीब 12 हजार के करीब टैक्सियां शहर सहित जिले में नहीं चलेंगी। शिमला शहर व जिले में टैक्सियां केवल स्कूल, आपातकाल स्थिति व अस्पतालों के लिए ही चलाई जाएंगी। टैक्सी यूनियनों के इस आंदोलन को जिले के पंचायत प्रतिनिधियों ने भी समर्थन दिया है। शिमला में होने वाले प्रदर्शन में जिलाभर से पंचायत प्रधान, जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य भी मौजूद रहेंगे। शिमला में टैक्सी ऑप्रेटर्ज की हुई बैठक मेें टैक्सी चालकों व ऑप्रेटर्ज ने कहा कि पिछले कल डीसी ऑफिस में सिरमौर के लोगों ने अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश की और क्षेत्रवाद के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाने की कोशिश की गई।
यह एक व्यावसायिक लड़ाई है। इन लोगों ने स्थानीय मंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि ये लोग शिमला पर अपना एकाधिकार जमाना चाहते हैं। इनके पिछले कल के व्यवहार से समस्त प्रदेश के टैक्सी चालक आहत हैं। जिन सिरमौर के लोगों ने यूनियन के 2 लोगों के ऊपर जानलेवा हमला किया था, मंत्री के आदेशों के बावजूद अभी तक उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। हमले में संलिप्त सभी गाड़ियां जब्त नहीं की गई हैं जिसके प्रति स्थानीय जनता में प्रशासन के प्रति भी व्यापक रोष है। इस मौके पर शिमला जिला टैक्सी यूनियनों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर, देवभूमि टैक्सी ऑप्रेटर यूनियन के अध्यक्ष अजय ठाकुर, सचिव नरेंद्र ठाकुर सहित शिमला की 26 यूनियनों के पदाधिकारी मौजूद रहे। शिमला के टैक्सी ऑप्रेटर्ज ने कहा कि शिमला में 12 जिलों के हजारों व्यक्ति काम करते हैं और सबसे अधिक पर्यटक व्यवसाय को बदनाम इन कुछ सिरमौर के लोगों ने किया है जो ट्रैवल गाइड का काम कर रहे हैं और पर्यटकों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। 2 और 3 गुना रेट पर पैकेज लगाते हैं जिससे पूरे प्रदेश की छवि खराब हो रही है। इन चंद लोगों की वजह से सिरमौर की छवि भी खराब हो रही है। इस बारे में एक उग्र रोष प्रदर्शन कल स्थानीय लोगों द्वारा किया जाएगा।
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