हिमाचल प्रदेश

शास्त्री एवं भाषा अध्यापकों के टीजीटी पदनाम के लिए शास्त्री एवं एलटी का टैट होगा मान्य

Shantanu Roy
26 Feb 2023 9:28 AM GMT
शास्त्री एवं भाषा अध्यापकों के टीजीटी पदनाम के लिए शास्त्री एवं एलटी का टैट होगा मान्य
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शिमला। शास्त्री एवं भाषा अध्यापकों के टीजीटी पदनाम के लिए शास्त्री एवं एलटी का टैट ही मान्य होगा। मामले पर प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से क्लैरीफिकेशन जारी कर दी गई है। इससे पूर्व इसको लेकर शिक्षकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। प्रदेश सरकार ने शास्त्री एवं भाषा अध्यापकों के टीजीटी पदनाम की अधिसूचना 20 अगस्त, 2022 को जारी की थी। इसके क्रियान्वयन के निर्देश निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा ने 29 सितम्बर 2022 को सभी उपनिदेशकों को जारी किए थे लेकिन आचार संहिता लागू होने के बाद टीजीटी पदनाम के लिए कौन से विषय का टैट मान्य होगा, इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई। ऐसे में शिक्षकों में असमंजस की स्थिति बनी रही। ऐसे में अब प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने मामले पर क्लैरीफिकेशन जारी करते हुए यह स्पष्ट किया है कि शास्त्री एवं भाषा अध्यापकों के टीजीटी पदनाम के लिए शास्त्री एवं एलटी का टैट ही मान्य होगा।
हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. मनोज शैल का कहना है कि परिषद ने इस विषय को शिक्षा सचिव एवं निदेशक स्तर पर उठाया था। इस दौरान तर्क दिया गया था कि टैट परीक्षा विषयवार परीक्षा है। टीजीटी मेडिकल के लिए मेडिकल का टैट और टीजीटी नॉन मेडिकल के लिए नॉन मेडिकल का टैट मान्य होता है, वैसे ही टीजीटी संस्कृत के लिए शास्त्री (संस्कृत) का टैट एवं टीजीटी हिन्दी के लिए एलटी (हिन्दी) टैट ही मान्य होगा। गौरतलब है कि टीजीटी आर्ट्स का टैट केवल अंग्रेजी एवं सामाजिक विज्ञान विषय पर आधारित होता है। डाॅ. मनोज शैल ने कहा कि जब सरकार ने शास्त्री एवं भाषा अध्यापकों को टीजीटी पदनाम दे दिया है। ऐसे में टीजीटी से प्रवक्ता पद पर होने वाली पदोन्नति के लिए टीजीटी संस्कृत एवं टीजीटी हिन्दी की एसीआर भी मांगी जाए ताकि वे भी पदोन्नति का लाभ प्राप्त कर सकें। परिषद ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि बहुत से शास्त्री एवं भाषाध्यापक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पत्राचार (इक्डोल) विभाग से बीएड करना चाहते हैं लेकिन शास्त्री अध्यापकों के लिए पत्राचार विभाग में अन्य विषयों की तरह सीटों का प्रावधान नहीं है।
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