हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में सीएम पद की रेस के बीच सुखविंदर सिंह सुक्खू का आया बड़ा बयान

Shantanu Roy
9 Dec 2022 2:18 PM GMT
हिमाचल प्रदेश में सीएम पद की रेस के बीच सुखविंदर सिंह सुक्खू का आया बड़ा बयान
x

न्यूज़ क्रेडिट: आज तक

जानिए क्या?
शिमला। हिमाचल प्रदेश में सीएम पद को लेकर शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है. यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में नवनिर्वाचित विधायक एकत्रित हुए हैं. इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र हुड्डा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल के प्रभारी राजीव शुक्ला भी मौजूद हैं. सीएम पद को लेकर कांग्रेस में दो नामों की चर्चाएं तेज हैं. इनमें पहला नाम प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का है और दूसरा नाम सुखविंदर सिंह सुक्खू हैं. दोनों नेताओं ने विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है. हालांकि, अब सुक्खू ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मैं सीएम पद का उम्मीदवार नहीं हूं. मैं कांग्रेस पार्टी का अनुशासित सिपाही, कार्यकर्ता और विधायक हूं. पार्टी आलाकमान का फैसला अंतिम होगा. वहीं, विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि जो भी फैसला कांग्रेस आलाकमान लेगा, वह हमें मंजूर होगा. हम अपनी बात रखेंगे, चुने हुए विधायकों की राय के अनुसार फैसला होगा.
प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने बताया कि CLP बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा और अंतिम निर्णय पार्टी के आलाकमान द्वारा लिया जाएगा. वहीं, ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी राजीव भवन पहुंच गए हैं. इधर, प्रतिभा सिंह खेमे के समर्थक नारेबाजी करते हुए देखे जा रहे हैं. बैठक में शामिल होने के लिए प्रतिभा सिंह, राजिंदर राणा, धनीराम शांडिल और कुलदीप सिंह राठौर, कुल्लू विधायक सुंदर ठाकुर, गुरकीरत सिंह कोटली, शिलाई विधायक हर्ष चौहान, जुब्बल कोटखाई विधायक रोहित ठाकुर, किन्नौर विधायक जगत नेगी, रघुबीर सिंह बाली, चंबा विधायक नीरज नैय्यर और भटियात विधायक कुलदीप पठानिया भी राजीव भवन पहुंचे. इससे पहले दोपहर में कांग्रेस में नए सीएम को लेकर मंथन चला. शिमला के होटल में प्रतिभा सिंह, भूपेंद्र हुड्डा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल के प्रभारी राजीव शुक्ला के बीच बैठक हुई. इसी बीच शक्ति प्रदर्शन के लिए प्रतिभा सिंह के समर्थक होटल के बाहर इकट्ठा हुए. इतना ही नहीं प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी भी की. समर्थकों ने प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की मांग की है.
होटल में प्रतिभा सिंह से बातचीत के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक राजभवन पहुंचे थे और वहां हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने राज्यपाल को एक पत्र सौंपा है, उसमें कांग्रेस विधायकों की सूची है. कांग्रेस ने पत्र के जरिए बताया है कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में विधायक हैं. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि सभी विधायक शिमला पहुंच गए हैं. वहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी. मतदान जैसी कोई बात नहीं है. मतदान वहां होता है जहां विवाद होता है और हमारे यहां कोई विवाद नहीं है. कांग्रेस की विधायक दल की बैठक के लिए नवनिर्वाचित सदस्य पहुंचने लगे हैं. केंद्रीय पर्यवेक्षक भी शिमला के राजीव भवन जा रहे हैं.
वहीं, होटल के बाहर प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए शक्ति प्रदर्शन किया. केंद्रीय पर्यवेक्षकों में भूपिंदर सिंह हुड्डा, भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला हैं. मुख्यमंत्री के चयन पर कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विधायक निर्णय लेंगे. जो भी निर्णय लिया जाएगा, उनके हित में लिया जाएगा. हिमाचल में प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू कैंप सीएम पद की रेस में चल रहे हैं. दोनों इस दौड़ में सबसे आगे हैं. दोनों खेमे दावा कर रहे हैं और लॉबिंग कर रहे हैं कि उन्हें विधायकों का पूरा समर्थन है. सूत्रों के मुताबिक, मंडी से सांसद और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के खेमे का दावा है कि उन्हें 15 विधायकों का समर्थन हासिल है. चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू कैंप ने 21 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. जबकि 4 विधायक तटस्थ हैं.
इससे पहले गुरुवार शाम को प्रतिभा सिंह ने कहा था कि विधायक अपना नेता चुनेंगे और अपनी राय पार्टी आलाकमान को बताएंगे. मैं यह नहीं कह रही की मैं मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हूं, लेकिन यह चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता गया है. क्या आप उनके परिवार की विरासत को नजरअंदाज कर सकते हैं.' हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 में से 40 सीटों पर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है. ऐसे में अब कांग्रेस में सीएम के नाम को लेकर चर्चा तेज हो गई है. इस सिलसिले में शिमला कांग्रेस दफ्तर में विधायक दल की बैठक होनी है. इससे पहले केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने प्रतिभा सिंह के साथ होटल में बैठक की है. इस दौरान प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने उन्हें सीएम बनाने की मांग की. वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह साल 1998 में सक्रिय राजनीति में आई थीं. उन्होंने मंडी संसदीय क्षेत्र से पहला चुनाव लड़ा था. इसमें बीजेपी के महेश्वर सिंह एवं उनके समधी ने उन्हें करीब सवा लाख मतों से हराया था. महेश्वर सिंह उनके समधी हैं.
जयराम को भी हरा चुकी हैं प्रतिभा
इसके बाद साल 2004 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार प्रतिभा ने किस्मत आजमाई थी. इसमें समधी महेश्वर से पुरानी हार का बदला लिया और संसद पहुंची थीं. वहीं, साल 2012 में प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद वीरभद्र सिंह ने लोकसभा से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद 2013 में उपचुनाव हुआ. इसमें प्रतिभा सियासी रण में उतरीं. इस चुनाव में उन्होंने जयराम ठाकुर को भारी मतों से हराया था.
6 महीने पहले ही मिली थी कमान
हालांकि, साल 2014 में मोदी लहर में प्रतिभा को हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें बीजेपी के रामस्वरूप शर्मा ने 39 हजार से अधिक वोटों से हराया था. वहीं, 26 अप्रैल 2022 को कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी. छह महीने की इस जिम्मेदारी में प्रतिभा ने अपनी सियासी प्रतिभा का लोह मनवा दिया. इसके साथ ही उन्होंने जनता की चाहत और वीरभद्र परिवार के नेतृत्व की बात करके अपनी इच्छा भी जाहिर कर दी है.
Next Story