हिमाचल प्रदेश

सुक्खू बोले, केंद्र सरकार को भेजा शीत मरुस्थल के विकास का प्रस्ताव

Gulabi Jagat
2 Jun 2023 1:20 PM GMT
सुक्खू बोले, केंद्र सरकार को भेजा शीत मरुस्थल के विकास का प्रस्ताव
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शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि शीत मरुस्थल के नाम से विख्यात हिमाचल प्रदेश का जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति मनभावन दृष्यों नदियों, झीलों और बौद्ध संस्कृति का अनूठा समागम है। जिले में धार्मिक और इको पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश सरकार ने क्षेत्र की पर्यटन क्षमताओं के दृष्टिगत इस क्षेत्र में पर्यटन के नए आयाम स्थापित करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 500 करोड़ का बजट प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भेजा है। यह जनजातीय जिले में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इसके अलावा दालंग गांव में 22 करोड़ की पर्यटन परियोजना प्रगति पर है, जो पर्यटकों को आकर्षित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। लाहुल-स्पीति के प्रवेशद्वार के रूप में प्रसिद्ध अटल टनल रोहतांग का शिलान्यास जून, 2010 को नेशनल एडवाइजरी काउंसिल की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया था।
इस टनल को अक्तूबर, 2020 में यातायात के लिए खोल दिया गया है। सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण मनाली-लेह राजमार्ग के लिए भी यह टनल वरदान है। स्थानीय किसान राम लाल ने कहा कि अटल सुरंग के खुलने से उनके जीवन में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है। कई बार सर्दी के मौसम में रोहतांग दर्रा बंद होने के कारण उनकी उपज बाजार तक सही समय पर नहीं पहुंच पाती थी। अटल सुरंग के खुलने के अब परिदृश्य पूरी तरह से बदल गया है, इससे वे साल भर अपनी उपज को अच्छे दामों पर बाजार में बेचने के लिए सक्षम हो गए हैं।
लाहुल-स्पीति में पर्यटकों के लिए बहुत कुछ मौजूद
लाहुल स्पीति के दूरदराज के गांव, स्वच्छ और सुंदर झीलें, पवित्र मठ और मंदिर, समृद्ध वन्य जीवन और शानदार व्यंजन हर तरह के पर्यटकों के लिए कुछ खास हैं। राज्य सरकार इस जनजातीय जिले को हिमाचल में एक पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए प्रयासरत है। यहां पर्यटकों के मनोरंजन के लिए ट्रेकिंग अभियान, रिवर राफ्टिंग, बाइकिंग और स्कीइंग जैसी साहसिक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
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