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शिमला: शहर में पेयजल संकट को देखते हुए शहरी विधायक हरीश जनारथा ने एसजेपीएनएल की समिक्षा बैठक ली। इस दौरान विधायक ने सभी अधिकारियों को गाद की समस्या के समाधान के लिए योजना बनाने के आदेश दिए। हरीश जनारथा ने पेयजल कंपनी को कहा कि गाद की समस्या कैसे कम हो सके और इसके लिए कोई मशीन का कार्य हो सकता है तो इसके लिए योजना तैयार करे। साथ ही इस योजना में कितना खर्चा आएगा उसका भी आंकलन करें। ताकि शहर में सालो से चली आ रही गाद की समस्या का समाधान हो सके।
वहीं इस दौरान उन्होंने शहर के पानी की सप्लाई के बारे में भी ब्यौरा लिया। मूसलाधार बारिश के कारण जल प्रबंधन निगम को करीब 40.25 करोड़ का नुकसान हुआ है। बैठक में जल प्रबंधन निगम ने बताया कि अभी मानसून खत्म नहीं हुई है अभी नुकसान और हो सकता है। सबसे ज्याद नुकसान पेयजल पंपों और पाईपों को हुआ है। अधिकारियों ने 40.25 करोड़ का नुक़सान बताया तथा पानी की सप्लाई सुचारू करने के लिए क्या प्रयास किए व किए जा रहे हैं, इस बारे विधायक को अवगत कराया। हरीश जनार्था ने अधिकारियों को जल्द से जल्द सप्लाई सुचारू करने के निर्देश दिए। तथा जानता की पानी से संबंधित हर समस्या को गंभीरता से लेकर हल करने को कहा है। उल्लेखनीय है कि गुुम्मा योजना से 15.32 एमएलडी पानी, गिरी योजना से 15.68 एमएलडी, चुरोट योजना से 3.37 एमएलडी, सेओग योजना से 0.15 एमएलडी, चेयर योजना से 0.50 एमएलडी और कोटि ब्रांडी योजना से 3.65 एमएलडी पानी मिल रहा है। कुल 38.67 एमएलडी पानी मिला है।
शहर में तीसरे दिन मिलेगी पानी की सप्लाई
शहर को पानी देने वाली सभी पेयजल स्त्रोत दुरूस्त हो गए हैं। हालांकि गिरि पेयजल परियोजना में अभी भी गाद की समस्या है जिससे सभी पंप अभी सुचारू नहीं हो पाए हैं। लेकिन जल प्रबंधन निगम के कर्मचारी लगातार यहां कार्य कर रहे हैं। टैंकों की भी सफाई की जा रही है। शहर में तीसरे दिन पानी की सप्लाई होगी। उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक पेयजल सप्लाई सुचारू हो जाएगी। यानी रोजाना शहर को पानी की सप्लाई मिल सकती है।
क्या कहते हैं विधायक हरीश जनारथा
विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि शिमला ने कहा कि हमने जल प्रबंधन निगम के अधिकारियों से बैठक की है । बैठक जिसमें हमने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गाद की समस्या को खत्म करने के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार करें ताकि आने वाले समय में समस्या न हो