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हिमाचल प्रदेश
OPS के मुद्दे पर विधानसभा में हंगामा, कांग्रेस ने किया Walkout
Shantanu Roy
14 Aug 2022 9:44 AM GMT
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बड़ी खबर
शिमला। विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन ओल्ड पैंशन स्कीम (ओपीएस) को लेकर हंगामा हुआ तथा कांग्रेस के नाराज विधायकों ने वैल में आकर नारेबाजी करने के बाद सदन से वाॅकआऊट किया। हुआ यूं कि जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, वैसे ही कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने नियम-67 के तहत दिए गए स्थगन प्रस्ताव के नोटिस को स्वीकार करने तथा अविलंब चर्चा की मांग की। विपक्ष के इस प्रस्ताव को जब विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने स्वीकार नहीं किया तो सभी सदस्य अपनी सीटों पर उठकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। इसके बाद विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए वैल में आ गए और बाद में सदन से बाहर चले गए।
वीरभद्र सिंह ने किया था एनपीएस को लागू, आज कांग्रेस नेता कर रहे विरोध : जयराम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष की तरफ से वाॅकआऊट करने के बाद कहा कि सरकार एनपीएस कर्मचारियों पर हर साल 911 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सम्मानित नेता वीरभद्र सिंह ने एनपीएस को लागू किया था। आज कांग्रेस के नेता उसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष आज भी वीरभद्र सिंह के नाम पर वोट मांग रहा है लेकिन उनकी तरफ से शुरू की गई एनपीएस स्कीम का विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों का हल निकालने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और इसके लिए हाई पावर कमेटी भी बनाई है। उन्होंने कहा कि सरकार एनपीएस कर्मचारियों के लिए जो कुछ कर सकती थी, वह किया है। इसके तहत अंशदान को 10 से 14 फीसदी तक बढ़ाया है। सरकार नेे इन कर्मचारियों को ग्रैच्युटी का लाभ देने के आदेश जनवरी, 2021 में जारी किए, जिससे 5612 कर्मचारियों को 110 करोड़ रुपए का लाभ मिला। सरकार ने सेवाकाल के दौरान मृत्यु होने व दिव्यांग होने पर 2200 कर्मचारियों के परिवारों को पारिवारिक पैंशन तथा इनवैलिड पैंशन का लाभ एरियर सहित दिया है। इस पर 259 करोड़ रुपए खर्च होंगे। कर्मचारियों को लीव इनकैशमैंट सहित अन्य लाभ भी दिए गए हैं।
नियम-67 के तहत चर्चा की मांग करना गलत : सुरेश भारद्वाज
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि नियम-67 के तहत एनपीएस के मुद्दे पर चर्चा की मांग करना गलत है। उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर पहले ही विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान मामले को उठा चुका है।
विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर वैल से सीट पर लौटे विपक्षी सदस्य
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार के कहने पर वैल में विरोध कर रहे कांग्रेस के सदस्य अपनी सीट पर लौटे। सदन में ऐसे अवसर बहुत कम देखने को मिलते हैं, जब विपक्ष के सदस्य वैल से अपनी सीट पर वापस आए हो। हालांकि विपक्ष के सदस्य बाद में फिर वैल में चले गए तथा नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में सदन से वाॅकआऊट किया।
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