हिमाचल प्रदेश

रोहित चौहान की डाॅपिंग टैस्ट नेगेटिव आने से खुद को किया साबित, जानिए पूरी कहानी

Admin Delhi 1
8 July 2022 9:32 AM GMT
रोहित चौहान की डाॅपिंग टैस्ट नेगेटिव आने से खुद को किया साबित, जानिए पूरी कहानी
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हिमाचल न्यूज़: एक लड़का रोहित चौहान जिसकी उम्र 25 साल, शानदार बाॅडी का मालिक, कद 5 फुट 9 इंच। अक्सर दोस्त व हर कोई चिढ़ाता था, तुम स्टेरॉयड (Steroids) या ड्रग्स (Drugs) का इस्तेमाल कर बाॅडी बिल्डिंग (Body Building) के बाद पोजिंग करते हो। 10 साल की मेहनत के बाद अचानक ही रोहित को राष्ट्रीय स्तर पर एक ऐसा मंच मिल गया, जहां उसी बाॅडी बिल्डर को मंच पर एंट्री मिल रही थी, जिसकी रिपोर्ट डाॅपिंग टैस्ट में नेगेटिव थी। रोहित को ये साबित करने का मौका मिल गया कि स्टेरॉयड या ड्रग्स के इस्तेमाल से ही बाॅडी को नहीं बनाया जाता, बल्कि नैचुरल तरीके से भी सफलता अर्जित की जा सकती है। यकीन मानिए, रोहित ने शरीर को ऐसे तरीके से ढाल लिया है कि कई ऑर्गन पर इतना नियंत्रण है कि इनकी पोजिंग भी कर सकता है।

खैर, गुजरात के सूरत में आयोजित नेशनल बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप (National Body Building Championship)में रोहित ने क्लासिक कैटेगरी में स्वर्ण पदक हासिल किया। साथ ही दो अन्य स्पर्धाओं में रजत पदक हासिल कर लिए। दिलचस्प बात ये है कि रोहित को पदक जीतने की बजाए इस बात की अधिक खुशी है कि वो उस मिथ्या को तोड़ने में सफल हुआ है, जिसमें उस पर स्टेरॉयड के इस्तेमाल के आरोप लगते थे। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में रोहित का कहना था कि इस प्रतियोगिता में देश के अच्छे-खासे बाॅडी बिल्डर दूर रहे, जो अपनी बाॅडी को स्टेरॉयड के इस्तेमाल से शेप देते हैं। चैंपियनशिप में लगभग 300 वही बाॅडी बिल्डर पहुंचे थे, जो इस बात को लेकर सुनिश्चित थे कि डाॅपिंग टैस्ट नेगेटिव होगा।

नाहन के अमरपुर मोहल्ला में नरवीर चौहान व निर्मला चौहान के घर जन्में रोहित को 15 साल की उम्र में ही बाॅडी बिल्डिंग का शौक पैदा हो गया था। रोहित की बात पर विश्वास किया जाए तो 3650 दिन (10 साल) में मात्र 30 दिन ही ऐसे होंगे, जब वो जिम नहीं गया होगा। हमेशा उसे यही बात कचोटती थी कि दोस्तों के साथ-साथ आम लोग यही समझते हैं कि बाॅडी बिल्डर स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में रोहित ने ये भी कहा कि 10 साल में पहली बार ऐसा मंच मिला, जहां खुद को प्रमाणित करने का अवसर मिला था। बता दें कि रोहित के माता-पिता पेशे से शिक्षक हैं। पिता हिन्दी के लेक्चरर हैं तो मां टीजीटी हैं। बड़े भाई को देखकर छोटा भाई मोहित भी बाॅडी बिल्डिंग के प्रति समर्पित हो गया है। इसी इवेंट में मोहित ने भी ब्राॅन्ज मैडल अपने नाम किया है।बीटेक की पढ़ाई कर चुके रोहित का कहना था कि अच्छी-खासी नौकरी लग गई थी, लेकिन मन नहीं लगा। वापस शरीर सौष्ठव (Body Building) को ही कैरियर के तौर पर भी चुन लिया। उल्लेखनीय है कि इंस्टाग्राम (Instagram) पर रोहित (trainwithrc) की फैन फॉलोइंग पौने दो लाख के आसपास हैं। इसके अलावा वो वर्क एट होम कर टिप्स देकर अपने आमदनी भी सृजित कर लेता है।

बहरहाल 25 साल का युवक रोहित चौहान उन युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है, जो नशे की लत में पड़कर खुद का जीवन तो बर्बाद कर ही रहे हैं, साथ ही अपने परिवार को भी नर्क में धकेल देते हैं।

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