हिमाचल प्रदेश

इंडियन टैक्नोमैक घोटाले में नामी जांच एजैंसियों ने कसा शिकंजा

Shantanu Roy
17 Dec 2022 10:43 AM GMT
इंडियन टैक्नोमैक घोटाले में नामी जांच एजैंसियों ने कसा शिकंजा
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शिमला। इंडियन टैक्नोमैक कंपनी के घोटालेबाजों और इसकी सहयोगी कंपनी पर नामी जांच एजैंसियों का शिकंजा कस गया है। बावजूद इसके 6000 करोड़ रुपए से अधिक गड़बड़झाले में मुख्य आरोपित आरके शर्मा को विदेश से वापस भारत नहीं लाया जा सका है। वह एक के बाद एक कानूनी दावपेंचों में मामले को उलझाने में लगा हुआ है। इस मामले की हिमाचल प्रदेश की स्टेट सीआईडी से लेकर प्रवर्तन निदेशालय ईडी तक जांच हो गई है। इसकी सहयोगी इंडियन टैक्नोमैटल कंपनी की तो अब सीबीआई जांच हो रही है। ईडी द्वारा पहले ही संपत्ति अटैच की जा चुकी है। अब मुख्य कंपनी की हिमाचल के पांवटा स्थित फैक्ट्री की संपत्ति की नीलामी होगी। अगर यह प्रक्रिया नए साल में मार्च महीने तक पूरी नहीं हुई तो फिर उस हालत में नए सिरे से आकलन करना होगा। पहले भी यह प्रक्रिया सिरे नहीं चढ़ पाई थी। वर्ष 2020 में कंपनी की संपत्ति का आकलन 330 करोड़ रुपए हुआ था। ताजा आकलन में यह घटकर 150 करोड़ रुपए ही रही। अगर मार्च तक मामला नहीं सुलझा तो फिर इसमें और कमी आएगी। इससे कंपनी खासकर बैंकों की रिकवरी नहीं कर पाएगी। हाईकोर्ट ने नीलामी के लिए आबकारी एवं कराधान विभाग के संयुक्त आयुक्त जीडी ठाकुर को अधिकृत किया है।
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