हिमाचल प्रदेश

रामलाल ने इन कार्यक्रमों को लेकर उठाए सवाल, सियासी समारोहों पर फिजूलखर्च कर रही सरकार

Gulabi Jagat
7 Aug 2022 8:16 AM GMT
रामलाल ने इन कार्यक्रमों को लेकर उठाए सवाल, सियासी समारोहों पर फिजूलखर्च कर रही सरकार
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हिमाचल कांग्रेस की चुनाव प्रबंधन समिति
बिलासपुर
हिमाचल कांग्रेस की चुनाव प्रबंधन समिति के चेयरमैन एवं नयनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर ने आजादी का 75वां अमृत महोत्सव के तहत जयराम सरकार द्वारा हलकावार किए जा रहे समारोहों में सरकारी खर्च पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा सरकार का प्रदेश में 75 समारोह करने का प्लान है और हर कार्यक्रम पर 40-50 लाख रुपए का खर्चा किया जा रहा है तो सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि 60 से 70 करोड़ रुपए खर्च होगा, जिसका सारा बोझ आमजन पर पड़ रहा है। समारोह करें, लेकिन इतना भारी भरकम खर्च करने की क्या जरूरत? एक तो पहले ही 71 हजार करोड़ का कर्ज प्रदेश पर है औैर ऊपर से समारोहों पर करोड़ों का खर्च कर चुनाव में माहौल बनाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाकर भाजपा सरकार जनता को छलने का कार्य कर रही है।
रामलाल ठाकुर ने शनिवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा कि सरकार सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम से पब्लिसिटी पर भी भारी भरकम खर्च कर रही है। सडक़ों के किनारे जगह-जगह होर्डिंग्स व फ्लैक्स लगाकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। एक फ्लैक्स 20 से 30 हजार लागत की बताई जा रही है। चुनाव नजदीक होने के चलते सरकार प्रचार के लिए तरह तरह के माध्यम ढूंढ रही है और आजादी का अमृत महोत्सव के तहत समारोहों में सरकारी तंत्र का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है। भीड़ जुटाने के लिए कर्मचारी अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है।
धूमल-शांता के समय भी कर्ज लिया गया
रामलाल ठाकुर ने कहा कि सरकार 1500 करोड़ का कर्र्ज लेने जा रही है, जिसकी नोटिफिकेशन हो चुकी है। पहले से ही प्रदेश 71 करोड़ के कर्ज में डूबा है। भाजपा कहती है कि पिछली सरकार कर्ज छोड़ गई है, जबकि सच्चाई यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सस्तों ब्याज दरों पर कर्ज लेकर पिछले बकाया को चुकता करने के लिए लिया था, जबकि पहले धूमल सरकार भी कर्ज लेती रही है और शांता कुमार के समय भी कर्ज लिया गया। बगैर कर्ज के सरकार चलाना मुश्किल है।
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