- Home
- /
- राज्य
- /
- हिमाचल प्रदेश
- /
- हिमाचल में रेड अलर्ट...
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल में रेड अलर्ट के बीच बारिश ने मचाई तबाही, आज भी अलर्ट
Gulabi Jagat
8 July 2023 7:02 PM GMT
x
शिमला: हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट के बीच बारिश ने तबाही मचा दी है। शनिवार सुबह से ही बारिश का दौर प्रदेशभर में चलता रहा। बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ और भू-स्खलन की घटनाएं पेश आई हैं। इसके चलते प्रदेश को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। जलशक्ति विभाग की प्रदेश कुल 2044 स्कीमें बंद हो गई हंै। इनमें से 1694 पेयजल स्कीमें हंै। 312 सिंचाई स्कीमें, 10 फ्लड स्कीमें और 28 सीवरेज स्कीमें बंद हैं। 1694 पेयजल स्कीमें बंद होने से प्रदेश में पेयजल संकट पैदा हो गया है। वहीं 133 सडक़ें बंद हो गई हंै। इसके कारण यातायात भी प्रभावित हुआ है। शनिवार को लाहुल के जुंडा नाला और तेलिंग नाला में बाढ़ आने से मनाली-लेह मार्ग बंद हो गया है। राहनीनाला के पास भू-स्खलन होने से रोहतांग मार्ग बंद हो गया है।
सडक़ मार्ग की बहाली के लिए सीमा सडक़ संगठन (बीआरओ) की टीम जुट गई थी। रोहतांग पहुंचे वाहनों को वाया कोकसर अटल टनल से वापस मनाली की ओर भेजा जा रहा है। परमिट वाले वाहन कोकसर होकर रोहतांग जा रहे हैं। इसके अलावा सिरमौर जिला के नाहन में एक निर्माणाधीन पुल गिर गया है। इसके कारण विभाग को करोड़ों का नुकसान हुआ है। वहीं परवाणु के साथ लगते क्षेत्र व एनएच 5 विधानसभा क्षेत्र कसौली की ग्राम पंचायत कसौली गडखल के अंतर्गत किम्मूघाट से चक्कीमोड़ संपर्क मार्ग पर गांव दोची में भू-स्खलन से सडक़ के किनारे बने तीन भवन, जिसमें दो निर्माणाधीन तथा एक निर्मित मकान को पहले ही खाली कर दिया गया था। इन मकानों को भारी नुकसान हो गया है और लगभग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं तथा आसपास के अन्य 3-4 अन्य मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है। इस सडक़ का काफी हिस्सा भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है इस भू-स्खलन से अभी तक किसी प्रकार के जानी नुकसान की सूचना नहीं है। कांगड़ा के बड़ा भंगाल में नौ घोड़े बाढ़ में बह गए। इसके अलावा ऊना रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर ट्रेन ट्रेक की विद्युत लाइन पर पेड़ आ गिरा। ऊना रेलवे स्टेशन सहित अंब अंदौरा और दौलतपुर चौक तक आवागमन करने वाली चार ट्रेनें प्रभावित हुई। दोपहर दो बजे तक यात्रियों को ऊना रेलवे स्टेशन से नंगल जाकर ट्रेन के लिए दौड़ लगानी शुरू कर दी थी। सबसे ज्यादा परेशानी वंदे भारत के यात्रियों को हुई।
नंगल रेलवे स्टेशन से सभी प्रभावित ट्रेनें दिल्ली, चंडीगढ़ और अंबाला तक रवाना हुई। उधर, जिला कुल्लू के उपमंडल निरमंड की दुर्गम श्रीखंड यात्रा जहां भारी बारिश के कारण प्रशासन द्वारा आगामी दो दिनों तक रोक दी गई है, वहीं बीते दिन ही मध्यपदेश के एक श्रद्धालु की भी यात्रा के दौरान मौत हुई है। इसके अलावा जत्थे में गए तीन श्रद्धालु भी पैर फिसलने के चलते खाई में गिर गए, जिनमें से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि दो श्रद्धालु अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। जिला कुल्लू प्रशासन की ओर से गठित रेस्क्यू टीम द्वारा एक श्रद्धालु के शव को रेस्क्यू किया जा रहा है, जबकि बाकी लापता दो श्रद्धालुओं की तलाश की जा रही है। हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन में अब तक 362 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है। लोक निर्माण विभाग में 204 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं जलशक्ति विभाग को 127 करोड़ रुपए के नुकसान का आंकलन है। बिजली बोर्ड को 0.92 करोड़ का नुकसान हुआ है। बागवानी विभाग को 26 करोड़ और शहरी विकास विभाग को 0.38 करोड़ का नुकसान हुआ है। अब तक 45 लोगों की मॉनसून के कारण मृत्यु हो चुकी है। वहीं 354 पशुओं व पक्षियों की मौत हुई है। वहीं 70 आशियाने मॉनसून ने उजाड़ दिए है। उधर, हिमाचल प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने रविवार को रेड अलर्ट जारी किया है। इसको देखते हुए पर्याप्त सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी गई है। दस जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। पूरे प्रदेश में 14 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिले के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी हुआ है। वहीं, शिमला, सोलन, सिरमौर व लाहुल-स्पीति के लिए येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। उधर, रेड अलर्ट को लेकर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी लोगों को एसएमएस के जरिये सचेत रहने की सलाह दी जा रही है। कहां कितनी पेयजल स्कीमें प्रभावित : धर्मशाला में 153, चंबा में 278, नूरपुर में 56, सुंदरनगर में 333, कुल्लू में 55, लाहुल-स्पीति में 04, हमीरपुर में 85, बिलासपुर में 15, ऊना में 16, धर्मपुर में 45, शिमला-9 में 202, रोहड़ू में 88 रिकांगपिओ में 45, नाहन में 177 व सोलन में 142 (कुल1694)।
रेणुका में सबसे ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सिरमौर जिला के रेणुका में हुई है। यहां पर नौ सेंटीमीटर बारिश हुई है। सिरमौर के संगड़ाह में 8 और नाहन में 6 सेंटीमीटर बारिश हुई है। शिमला में 5, धर्मशाला में 5, धर्मपुर-कसौली में 3, कंडाघाट, झंडुता, मशोबरा, नारकंडा, राजगढ़, भरमौर, शिलारू में 2 सेंटीमीटर, सोलन, अर्की, कोटखाई, रोहड़ू और खदराला में 1 सेंटीमीटर बारिश हुई।
Gulabi Jagat
Next Story