हिमाचल प्रदेश

नॉन इलेक्ट्रिक रूट दूसरे डिपो में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू, शिमला लोकल बनेगा प्रदेश का पहला इलेक्ट्रिक डिपो

Gulabi Jagat
2 July 2023 4:04 PM GMT
नॉन इलेक्ट्रिक रूट दूसरे डिपो में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू, शिमला लोकल बनेगा प्रदेश का पहला इलेक्ट्रिक डिपो
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शिमला: परिवहन विभाग के बाद अब एचआरटीसी का शिमला लोकल डिपो भी पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बसों वाला डिपो होगा। ऐसे में नॉन इलेक्ट्रिक व लांग रूट यहां से दूसरे डिपो को शिफ्ट किए जा रहे हैं। शिमला लोकल डिपो में अभी तक 70 इलेक्ट्रिक बसें हैं। शिमला लोकल डिपो के सभी रूट इलेक्ट्रिक बसों में तबदील किए जाएंगे। आरएम शिमला-लोकल विनोद शर्मा ने बताया कि शिमला लोकल डिपो से कुछ रूटों को दूसरे रूटों में शिफ्ट किया है। इसमें शिमला -बिंदला और शिमला भूखो रूट को करसोग डिपो में स्थानांतरित किया है। इसके अलावा शिमला-सराहर, शिमला -पाहल को शिमला-3 में स्थानांतरित किया है। शिमला-मनाली, शिमला-सेरी रूट को मंडी डिपो में स्थानांतरित किया है। शिमला ज्वालाजी, शिमला-धामी रूट को देहरा डिपो में स्थानांतरित किया है। शिमला-चंडीगढ़, शिमला-सेरी रूट को शिमला- 3 डिपो को ट्रांसफर किया है। इन रूटों पर काम करने वाले चालकों व परिचालकों को भी बसों के साथ दूसरे डिपो में स्थानांतति कर दिया है।
चार्जिंग स्टेशन का नेटवर्क होगा तैयार
परिवहन विभाग की ओर से प्रदेशभर में चार्जिंग स्टेशन का नेटवर्क तैयार कर रहा है। इसके लिए परिवहन विभाग ने प्रदेशभर में चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए जगह चिहिन्त कर ली है। कई जगहों पर भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। गौरतलब है कि एचआरटीसी की 1500 बसों को इलेक्ट्रिक बसों में बदलने की तैयारी की जा रही है।
शिमला में 70-धर्मशाला में 50 ई.बसें
वर्तमान में एचआरटीसी में सिर्फ टाइप -1 इलेट्रिक बसें हैं। यह बसें सिर्फ 80 किलोमीटर तक दायरे में ही चल सकती है। एचआरटीसी अब 225 टाइप-2 बसें खरीद रहा है। यह बसें 250 किलोमीटर तक चल सकती है। इन रूटों के आने के बाद इंटर सिटी इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएगी। इसके अलावा प्रदेश के कई लांग रूटों पर इलेक्ट्रिक बसों को चलाया जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश में अभी तक शिमला शहर में ही सबसे ज्यादा इलेट्रिक बसें चल रही है। शिमला शहर में कुल 70 इलेक्ट्रिक बसों को चलाया जा रहा है। शिमला के बाद धर्मशाला में करीब 50 इलेक्ट्रिक बसें एचआरटीसी की ओर से चलाई जा रही है।
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