हिमाचल प्रदेश

पांच अक्तूबर को आईपीडी सेवाओं का शुभारंभ करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश की जनता को मिलेंगी सुविधाएं

Renuka Sahu
28 Sep 2022 5:43 AM GMT
Prime Minister Narendra Modi will launch IPD services on October 5, the people of the state will get facilities
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न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

बिलासपुर के कोठीपुरा में हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा स्वास्थ्य संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बनकर तैयार हो गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिलासपुर के कोठीपुरा में हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा स्वास्थ्य संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बनकर तैयार हो गया है। पांच अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे। इसी के साथ आईपीडी सेवाओं की शुरुआत भी हो जाएगी। अभी तक ओपीडी सेवाएं चल रही हैं। आयुष ब्लॉक में माइनर आपरेशन थियेटर (ओटी) शुरू किया जा चुका है, जबकि आईपीडी (वार्ड) और आपातकालीन आपरेशन थिएटर सेवाएं अब शुरू होंगी। जानकारी के मुताबिक एम्स में पीजी कोर्स के लिए योग्यता आधारित पाठ्यक्रम तैयार करने की प्रक्रिया में है, जो कि अगले साल से क्लीनिकल सेवाओं के विस्तार के साथ शुरू किए जाएंगे। भविष्य में विभाग में प्रजनन चिकित्सा में डीएम, एमसीएच गाइनी ऑन्कोलॉजी, मिनिमली इनवेसिव गायनोकोलॉजी में फेलोशिप, फीटल मेडिसिन में फेलोशिप जैसे नए शिक्षण और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना पर भी काम चल रहा है। यहां बता दें कि ओपीडी में अगस्त, 2022 से टेटनस और डिप्थीरिया के लिए गर्भवती महिलाओं का नियमित टीकाकरण भी शुरू किया गया है।

निकट भविष्य में संस्थान में मातृत्व सेवाओं, लैप्रोस्कोपिक सर्जरी, आईवीएफ सहित बांझपन सेवाओं और स्त्री रोग संबंधी ऑन्कोलॉजी सेवाओं की एक पूरी शृंंखला प्रदान की जाएगी। एम्स के कार्यकारी निदेशक डा. वीर सिंह नेगी ने बताया कि शिक्षण और प्रशिक्षण के तहत एमबीबीएस छात्रों के स्नातक शिक्षण में विभाग सक्रिय रूप से शामिल है। यूजी और पीजी छात्रों के प्रशिक्षण के लिए विभाग में हैंड्स ऑन मैनिकिन प्रशिक्षण के साथ स्किल लैब स्थापित की जा रही है। उन्होंने बताया कि ओबीजी विभाग में जुलाई 2022 में अल्ट्रासाउंड मशीन लगा दी गई है और सीएमओ बिलासपुर से पीसी-पीएनडीटी एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन कराकर विभाग में रूटीन स्कैन किया जा रहा है। एलबीसीए एचपीवी-डीएन, स्क्रीनिंग, टीवीएस, एंडो-सरवाईकल और एंडोमेट्रियल बायोप्सी, एलईईपी और क्रायोथेरेपी सहित जननांग कैंसर के समय पर निदान के लिए स्क्रीनिंग, नैदानिक और प्रारंभिक चिकित्सीय सेवाएं शुरू की गई हैं। गर्भनिरोधक सलाह को परिवार नियोजन और परामर्श सेवाएं भी शुरू की गई हैं।
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