हिमाचल प्रदेश

हमीरपुर के फलों का स्वाद लेंगे देश के लोग, एचपी शिवा परियोजना लाई नई क्रांति

Renuka Sahu
24 Feb 2022 4:39 AM GMT
हमीरपुर के फलों का स्वाद लेंगे देश के लोग, एचपी शिवा परियोजना लाई नई क्रांति
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फाइल फोटो 

हमीरपुर में पैदा होने वाले फलों का स्वाद अब देश के लोग लेंगे।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हमीरपुर में पैदा होने वाले फलों का स्वाद अब देश के लोग लेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एचपी शिवा परियोजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में एक नई उम्मीद लेकर आई है। प्रदेश के सात जिलों के कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बागबानी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आरंभ की गई यह परियोजना जिला हमीरपुर में भी एक नई क्रांति का सूत्रपात कर रही है। इस परियोजना के शुरुआती दौर के लिए चयनित गांव भलेहू और कैहडरू के क्लस्टरों में इसकी एक खूबसूरत बानगी देखने को मिल रही है। गांव भलेहू में जहां अमरूद के लगभग 21 हजार पौधे लहलहा रहे हैं। कैहडरू भी संतरे और नींबू प्रजाति के अन्य सैकड़ों फलदार पौधों से महक उठा है।

हमीरपुर में एशियन विकास बैंक द्वारा वित्त पोषित एचपी शिवा परियोजना के अंतर्गत पीआरएफ कलस्टर भलेहू में 38 बागबानों की दस हेक्टेयर भूमि पर अमरूद के 21 हजार पौधे रोपित किए जा चुके हैं जिन पर अगले वर्ष से फल लगने शुरू हो जाएंगे। उधर, गांव कैहडरू के 54 बागबानों को लाभान्वित करते हुए मौसमी के 8892 पौधे लगाए गए हैं। योजना के प्रथम चरण में जिला में 900 हेक्टेयर भूमि पर क्लस्टर स्तर पर पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभी तक जिला में 65 क्लस्टर चिह्नित कर 843 हेक्टेयर एरिया का चयन किया जा चुका है। टाटा कंसलटिंग इंजीनियरिंग ने 54 क्लस्टर में ड्रोन सर्वे का कार्य पूरा करके लगभग 660 हेक्टेयर एरिया चिह्नित कर दिया है। उद्यान विभाग द्वारा बागबानी विकास मिशन के अंतर्गत भी 27 अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन स्थल विकसित किए गए हैं। इनमें 16 में स्वीट ऑरेंज, नौ में अनार और दो में अमरूद के पौधों सहित कुल 30121 पौधे रोपित किए गए है। एचपी शिवा परियोजना के क्लस्टरों में परिवर्तित किया जा रहा है। बागबानी के लिए उपयुक्त भूमि का चयन, उस भूमि का विकास, फलों का चयन, मिट्टी की गुणवत्ता, पानी एवं आधुनिक सिंचाई सुविधाओं की उपलब्धता, कंपोजिट सौर बाड़बंदी, ग्रेडिंग, पैकिंग, कोल्ड स्टोर और प्रसंस्करण जैसे सभी पहलुओं को इस परियोजना में समाहित किया गया है। (एचडीएम)
फल उत्पादन में पहचान बनाएगा जिला
उद्यान विभाग के उपनिदेशक डा. आरएल संधू के अनुसार हमीरपुर जिला की जलवायु फलदार पौधों आम, लिची, अमरूद, आंबला और नींबू प्रजाति के फलों के लिए काफी उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर के अच्छे परिणामों को देखते हुए कहा जा सकता है कि एचपी शिवा परियोजना के कारण जिला हमीरपुर आने वाले समय में फल उत्पादन में भी अपनी एक अलग पहचान बनाएगा और जिला के किसानों-बागबानों की आर्थिकी मजबूत होगी तथा युवाओं के लिए घर में ही बागबानी के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर सृजित होंगे।
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