हिमाचल प्रदेश

शव की तस्वीरें वायरल करने वाले कर्मचारी को हिरासत में लेने पर भड़के लोग

Shantanu Roy
17 Jun 2023 10:05 AM GMT
शव की तस्वीरें वायरल करने वाले कर्मचारी को हिरासत में लेने पर भड़के लोग
x
चम्बा। जिला चम्बा की भांदल पंचायत में युवक मनोहर की हत्या के बाद शव की तस्वीरें सार्वजनिक करने के आरोप में पुलिस हिरासत में लिए गए कर्मचारी को प्रदर्शनकारियों के दवाब में प्रशासन को लोगों के सामने लाना पड़ा। प्रदर्शनकारी उसके खिलाफ दर्ज किए गए मुकद्दमे वापस लेने पर भी अड़े हुए हैं। शुक्रवार को संघणी हत्याकांड संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने चम्बा शहर में एक आक्रौश रैली निकाली। यह रैली चौगान 2 से शुरू हुई और पूरे शहर की परिक्रमा करने के बाद डीसी कार्यालय पहुंची। यहां पर प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए एडीएम अमित मेहरा प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्हें प्रदर्शनकारियों के कई सवालों का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने शव की तस्वीरें प्रसारित करने के आरोप में कर्मचारी के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई पर विरोध जताया, वहीं उसके खिलाफ दर्ज किए गए मुकद्दमे को वापस लेने पर अड़ रहे। प्रदर्शनकारियों के विरोध को देखते हुए प्रशासन द्वारा कर्मचारी को डीसी कार्यालय के बाहर बुलाया गया। यहां पर प्रदर्शनकारियों ने उसे कंधे पर उठा लिया और जय श्रीराम के जयघोष से उसका स्वागत किया।
साथ ही उसकी हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। कर्मचारी सुमित ने बताया कि उसे अस्पताल में हाजिरी नहीं लगाने दी जा रही है। उसे ड्यूटी करने से रोका जा रहा है। पूछने पर उसके सवालों का कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। गौर रहे कि 9 जून को भांदल पंचायत में युवक का शव टुकड़ों में बंटा हुआ नाले में मिला था। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल चम्बा लाया गया। यहां पर फौरैंसिक टीम में शामिल कर्मचारी सुमित पर शव की तस्वीरें सार्वजनिक करने के आरोप में पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर लिया था और पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। विश्व हिंदू परिषद प्रांत उपाध्यक्ष डाॅ. केशव वर्मा, सेवा भारती अध्यक्ष संदीप कुमार व व्यापार मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र महाजन ने कहा कि कर्मचारी द्वारा शव की तस्वीरें वायरल करना कोई अपराध नहीं है। इससे तो लोगों को इस घटना की जानकारी मिल पाई है। अगर ये तस्वीरें सार्वजनिक नहीं होती तो मामला अब तक दब चुका होता। उन्होंने प्रशासन से कर्मचारी के खिलाफ इस संबंध में किसी तरह की कार्रवाई न करने की अपील की है, साथ ही उसके खिलाफ दर्ज किए गए मुकद्दमे वापस लेने व उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। एडीएम अमित मेहरा ने उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है।
Next Story