हिमाचल प्रदेश

दादा को सेना की वर्दी में देख पैदा हुआ जुनून, लैफ्टिनैंट बनकर हासिल किया लक्ष्य

Shantanu Roy
11 Jun 2023 9:29 AM GMT
दादा को सेना की वर्दी में देख पैदा हुआ जुनून, लैफ्टिनैंट बनकर हासिल किया लक्ष्य
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पालमपुर। दादा को सेना की वर्दी में देख आस्तिक के मन में भी सेना में जाने का जुनून पैदा हुआ। दादा भारतीय सेना से सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए। अब आस्तिक सिंह ठाकुर भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट के रूप में पदार्पण करने जा रहे हैं। पालमपुर के आस्तिक सिंह ठाकुर का चयन भारतीय सेना में हुआ है। आस्तिक सिंह ठाकुर ने ओटीए से पासआऊट करने के बाद 113 मुंबई इंजीनियर में टैक्नो वारियर के रूप में अपनी सेवाएं देंगे। 14 अगस्त, 2001 को जन्मे आस्तिक सिंह ठाकुर मूलत: जयसिंहपुर क्षेत्र से संबंधित है परंतु वर्तमान में पालमपुर में रह रहे हैं। उन्होंने अपनी जमा दो तक की शिक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल पालमपुर से पूर्ण की। आरंभ से ही मेधावी छात्र रहे आस्तिक सिंह ठाकुर 10वीं तथा जमा दो में भी उत्कृष्ट छात्रों में से एक रहे। इसके पश्चात आस्तिक सिंह ठाकुर ने पहले ही प्रयास में एनआईटी हमीरपुर, एनडीए, बीटैक एंट्री स्कीम आर्मी, बीटैक एंट्री स्कीम नेवी सभी परीक्षाओं को उत्तीर्ण कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने बीटैक एंट्री स्कीम आर्मी में जाने का निश्चय किया और 10 जून को ओटीए से पासआऊट हुए हैं। आस्तिक सिंह ठाकुर के कंधों पर उनके पिता अविनाश ठाकुर, माता निशा ठाकुर व दादा-दादी ने स्टार लगाए। आस्तिक सिंह ठाकुर के पिता अविनाश ठाकुर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिद्धपुर सरकारी में प्रवक्ता पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता निशा ठाकुर एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। आस्तिक सिंह ठाकुर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दादा-दादी, गुरुजनों व अपने परिश्रम को दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी लक्ष्य भेदना कठिन नहीं है, परंतु इसके लिए दृढ़ निश्चय तथा अनुशासन से लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सेना में जाने की प्रेरणा उन्हें अपने परिजनों से मिली तथा वह देश सेवा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
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