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कुल्लू न्यूज़: मुख्य संसदीय सचिव बहुउद्देशीय परियोजनाएं, ऊर्जा, वन, पर्यटन एवं परिवहन सुंदर सिंह ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश सरकार आपदा के समय मानवीय संवेदनाओं के आधार पर कार्य कर रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार ने मुआवजा राशि 10 गुना बढ़ा दी है. यह बात उन्होंने मंगलवार को पाहनाला और तहसील कार्यालय कुल्लू में आपदा प्रभावित लोगों को राहत राशि प्रदान करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने प्रभावितों को 25 हजार रुपये से लेकर 1.20 लाख रुपये तक की राहत राशि भी प्रदान की. उन्होंने प्रभावितों को तिरपाल, कंबल सहित राशन सामग्री वितरित की।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आपदा प्रभावितों को बड़ी राहत देते हुए मुआवजा राशि में बढ़ोतरी की है. सरकार ने राहत नियमावली में संशोधन कर बादल फटने और भूस्खलन से प्रभावित परिवारों को विशेष राहत पैकेज के तहत आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संवेदनशीलता की अनूठी मिसाल पेश की है। पहले राहत नियमावली के तहत पक्के घर की आंशिक क्षति पर 12,500 रुपये और कच्चे घर की आंशिक क्षति पर 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती थी. अभूतपूर्व त्रासदी को देखते हुए वर्तमान राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है. दुकानों और ढाबों को नुकसान होने पर सामान के बदले पहले केवल 10,000 रुपये की मामूली आर्थिक सहायता दी जाती थी, जिसे राज्य सरकार ने दस गुना बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है. इसके अलावा किरायेदार का सामान क्षतिग्रस्त होने पर पहले 25,000 रुपये दिए जाते थे, जिसे दोगुना कर 50,000 रुपये कर दिया गया है. कृषि एवं बागवानी भूमि में गाद जमा होने पर मुआवजा 1400 रुपये प्रति बीघे से बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति बीघे कर दिया गया है।