हिमाचल प्रदेश

अब विदेशों पर नहीं होना पड़ेगा निर्भर, उद्योग जगत में बड़ा बदलाव लाएगा रोबोटिक्स

Gulabi Jagat
3 Oct 2023 5:41 PM GMT
अब विदेशों पर नहीं होना पड़ेगा निर्भर, उद्योग जगत में बड़ा बदलाव लाएगा रोबोटिक्स
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मंडी: देश के बड़े उद्योगों में रोबोटिक्स सिस्टम के तहत कार्य जल्द शुरू होगा, जिसके चलते आईआईटी मंडी के स्टार्टअप ट्रैक में एक शानदार नेक्स्टअप रोबोटिक्स का मॉडल पहुंचा है। यह भारत का पहला नेक्स्टअप रोबोटिक्स है, जो अपने डिजाइन पर आधारित है। यह आधुनिक मशीन पूरी तरह नोबल बेस्ड है। इसमें ऑटोमेटिक गियर बॉक्स स्थापित गया है। यह भारत की पहली ऐसी मशीन होगी, जो भारतीय उद्योग जगत में बड़ा बदलाव लाएगी। नेक्स्टअप रोबोटिक्स तीन तरह के टास्क करता है, जिसके द्वारा एक-दो नहीं, बल्कि तीन कार्य बड़ी सरलता से किए जा सकेंगे। रोबोटिक्स का पहला कार्य किसी भी सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर सरलता ले जाना, दूसरा कार्य किसी बड़ी कंपनी में बैल्ंिडग करने के साथ-साथ पेटिंग का कार्य बखूबी करता है। रोबोटिक्स लगातार महीनों तक चलता रहेगा।
इससे जहां किसी उत्पाद को तैयार करने में तेजी आएगी, वहीं कार्य में पूरी तरह पारदर्शिता रहेगी। गाजियाबाद दिल्ली से फाउंडर कीरत सिंह, शुभम सिंह, धिरेंद्र कुशवाहा सहित अन्य सदस्य हिमालयन स्टार्टअप ट्रैक (एचएसटी) के सातवें संस्करण में मॉडल को प्रस्तुत किया है। फाउंडर कीरत सिंह ने बताया कि रोबोटिक्स के कार्य में सबसे उत्तम बात यह है कि कार्य में पूरी पारदर्शिता होगी। स्टार्टअप रोबोटिक्स को लोकतांत्रिक बनाने, हर निर्माता के हाथों को मजबूत करने, दुनिया भर के कारखाने के फर्श पर उत्पादकता बढ़ाने और मनुष्यों को नीरस, दोहराव या खतरनाक मैन्युअल कार्यों से मुक्त करने के मिशन पर है। नेक्स्टअप रोबोटिक्स स्वचालन के क्षेत्र में नवाचार के एक प्रतीक के रूप में उभरा है। (एचडीएम)
19 लाख से तैयार हो जाएगा रोबोटिक्स सिस्टम
भारत में रोबोटिक्स सिस्टम को विदेशों से खरीदा जाता है, जिसकी कीमत करीब 25 लाख से अधिक है, लेकिन भारत में जो रोबोटिक्स सिस्टम तैयार किया जा रहा है कि उसकी कीमत का करीब 19 लाख रुपए है। स्टार्टअप में लाए गए रोबोटिक्स सिस्टम अवश्य पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचाना बनाएगा।
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