हिमाचल प्रदेश

यहां बनेगी उत्तरी भारत की सबसे बड़ी वाइल्डलाइफ सफारी

Gulabi Jagat
12 Oct 2022 3:30 PM GMT
यहां बनेगी उत्तरी भारत की सबसे बड़ी वाइल्डलाइफ सफारी
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नाहन
देश व विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बहुत जल्द पांवटा साहिब वाइल्ड लाइफ सफारी के नक्शे पर नजर आएगा। करीब 12 किलोमीटर एरिया में योजनाबद्ध की गई इस सफारी के बनने के बाद ना केवल पांवटा साहिब बल्कि प्रदेश की जीडीपी में भी बड़ी बढ़ोतरी दर्ज होगी। मजे की बात तो यह है कि इस वाइल्डलाइफ सफारी को प्राथमिकता के तौर पर बनाए जाने को लेकर ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के द्वारा योजना भी बना दी गई है।
यही नहीं इस बड़ी योजना को अपनी प्राथमिकता में शामिल करते हुए उन्होंने 2022 के चुनावी मेनिफेस्टो में भी इसे डाल दिया है। बता दें कि यह वाइल्डलाइफ सफारी सिंबलवाड़ा राष्ट्रीय उद्यान को जोड़कर बनाई जानी प्रस्तावित हुई है। जिसमें करीब 12 किलोमीटर का एक बड़ा ट्रैक बनेगा। इस ट्रैक के अंदर चार बड़े होटल भी बनाए जाएंगे। सरकार के द्वारा होटल तथा रास्ता बनाए जाने को लेकर फॉरेस्ट से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी अप्लाई करवा दिया गया है।
ऊर्जा मंत्री के अनुसार, इस सफारी में 15 बड़े तालाब बनाए जाने का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह तालाब राष्ट्रीय उद्यान के पशु पक्षियों के लिए वरदान साबित होंगे तो इनसे जमीन का वाटर लेवल भी इनक्रीज होगा। अब यदि यह सफारी बनती है तो ना केवल पर्यटन के नजरिए से बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी बड़ी मात्रा में उपलब्ध होगा। बता दें कि नेचर तथा वाइल्डलाइफ प्रेमियों की विदेश में बहुत ज्यादा डिमांड है। जाहिर है, इस वाइल्डलाइफ सफारी के बनने के बाद विदेशी पर्यटकों की भी इस पूरे क्षेत्र में आमद बढ़ जाएगी।
बता दें कि ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने अपनी गृह पंचायत के साथ लगती बाता नदी के साथ बनने वाली सड़क को प्राथमिकता दी है। उनके अनुसार, सड़क निर्माण के बाद इस क्षेत्र में बाता नदी पर 1 मेगावाट से 2 मेगावाट तक के हाइडल प्रोजेक्ट भी निजी क्षेत्र में लगवाए जाएंगे। इससे ना केवल स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि उनकी जमीन लीज पर लिए जाने पर उन्हें अच्छी खासी इनकम भी होगी। कुल मिलाकर कहा जाए तो पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र आने वाले दिनों में प्रदेश की जीडीपी के लिए कुबेर का खजाना साबित होगा।
उधर, ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि इस योजना के लिए एक बहुत बड़े बजट की दरकार होगी। उन्होंने कहा कि इस योजना को अमलीजामा पहनाया जाना शुरु हो चुका है। फिलहाल विभाग को 35 लाख रुपए जारी किए गए हैं। सुखराम चौधरी ने कहा कि इस पूरे योजना की रूपरेखा को लेकर ड्राइंग आदि बनाने के काम को शुरू करवा दिया गया है। आने वाले समय में यह सफारी राष्ट्रीय उद्यान के साथ विश्व के मानचित्र पर होगी।
Gulabi Jagat

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