हिमाचल प्रदेश

मनाली में 12 मकानों-होटलों का नामोनिशन मिटा, 20 के करीब वाहन अभी लापता

Shantanu Roy
14 July 2023 9:26 AM GMT
मनाली में 12 मकानों-होटलों का नामोनिशन मिटा, 20 के करीब वाहन अभी लापता
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कुल्लू। पर्यटन नगरी मनाली में कई होटल, सड़कें, घर, जमीनें, अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान ब्यास नदी में समा गए हैं और कई बाढ़ से जर्जर हो चुके भवन खड़े हैं जो किसी काम के नहीं रहे। मनाली में बाहंग से लेकर चौरी बाजार तक लगभग 12 मकानों-होटलों का तो नामोनिशान मिट गया जबकि इतने ही भवनों को अब खतरा हो गया है। इनमें 4 सरकारी इमारतें भी हैं। ऐसे ही एक अनुमान के अनुसार लगभग 20 वाहन भी पानी में बह जाने की सूचना है। इनमें कुछ सरकारी व बोल्वो बसें भी शामिल हैं। जैसे-जैसे ब्यास का जलस्तर कम हो रहा है वैसे-वैसे अब वाहनों के पिंजर नजर आने लगे हैं। मनाली, बंजार, पार्वती वैली सहित कई इलाकों में दूरसंचार नैटवर्क रीस्टोर न होने से धीरे-धीरे त्रासदी की धुंधली तस्वीर सामने आ रही है। मूसलाधार बारिश से हुई त्रासदी की सूचना मीलों पैदल चलकर कुछ लोग पहुंचा रहे हैं। जैसे-जैसे ब्यास नदी का जल स्तर घटने लगा है वैसे-वैसे मनाली में मलबे में धंसे वाहन दिखने लगे हैं। दरअसल ये गाडिय़ां उन लोगों की बताई जा रही हैं जो दूसरे प्रांतों से मनाली आकर गाड़ियों को रांगड़ी, आलू ग्राऊंड, ग्रीन टैक्स बैरियर व आसपास के दायरे में पार्क करते थे।
सैंज बाजार बह गया और वहां पर बचे हुए कुछ मकानों में लोग दो दिन से भूखे रहे। बंजार में लोअर शाकटी गांव के 5 घर व न्यूली बाजार बह गया। संपागणी गांव में आधा दर्जन से अधिक घर तबाह हो गए। बेकर गांव और कटराह गांव में भी आधा-आधा दर्जन मकान बाढ़ की भेंट चढ़ गए और मकानों का नामोनिशान मिट गया है। मणिकर्ण रोड पर अभी सड़क को डूंखरा तक मुश्किल से बहाल किया जा सका है। छन्नीखोड़ के पास मणिकर्ण रोड करीब 20 फुट तक धंस गया है। सड़क के साथ लगते आधा दर्जन भवन भी ढह गए और कुछ टेढ़े हो गए। इन भवनों में व्यापारिक प्रतिष्ठान भी चल रहे थे। इस स्थान पर करीब 700 मीटर ऊपर तक पूरी पहाड़ी ही धंस गई और ऊपर से गुजर रहा चौंग रोड भी धंस गया। इन जगहों पर लोगों ने भवन खाली कर दिए हैं और अन्य लोगों के घरों में सुरक्षित जगह शरण ली है। मनाली विधानसभा क्षेत्र में करीब 1500 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति खत्म हो गई है। बंजार क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपए की संपत्ति बाढ़ की भेंट चढ़ गई है। कुल्लू सदर हलके में भी सैंकड़ों करोड़ रुपए नष्ट हो गए और लोगों के घर ढह गए। डीसी आशुतोष गर्ग ने कहा कि अभी तक बंजार, मनाली, पार्वती वैली सहित कई इलाकों में दूरसंचार नैटवर्क रीस्टोर नहीं हो पाया है। उन्होंने सैलुलर कंपनियों को इस दिशा में काम तेज करने को कहा है। सड़कों की बहाली के लिए भी प्रयास तेज किए हैं।
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