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सिविल अस्पताल नगवाईं में इन दिनों स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई
मंडी: सिविल अस्पताल नगवाईं में इन दिनों स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई है। सिविल अस्पताल नगवाईं में करीब दो सप्ताह से कोई भी डाक्टर नहीं हैं। अस्पताल में डाक्टर न होने से मरीजों और स्थानीय लोगों में रोष पनपने लगा है। शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने युवा संघ टकोली के बैनर तले धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने सरकार से चिकित्सकों के खाली पद जल्द भरने की मांग की है। युवा संघ टकोली के प्रधान प्रेम सिंह ने बताया कि अस्पताल में कई दिनों से चिकित्सक नहीं हैं और दूर दूर से आए मरीज परेशान हो रहे हैं। मरीजों को या तो निजी क्लीनिकों में जाना पड़ रहा है या कुल्लू और मंडी जाना पड़ रहा है। लोगों की समास्या को देखते हुए युवा संघ टकोली ने शुक्रवार को अस्पताल के बाहर धरना-प्रदर्शन किया और सरकार से डाक्टरों की तैनाती करने की मांग की। भाजपा नेत्री भानू कपूर ने कहा कि प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि विभाग व सरकार की लापरवाही आम जनता पर भारी पड रही है। अस्पताल में दूर-दराज से आए मरीजों सोमा देवी (ज्वालापुर) नर्बदा देवी (लारजी) कुल्लू, राधा देवी (औट), आदि ने बताया कि वे काफी दूर से अपना ईलाज करवाने यहां आए हैं। लेकिन अब डाक्टर नहीं होने पर कहां जाएं। यहां से जिला मुख्यालय कुल्लू व मंडी दूर पड़ता है। जानकारी के अनुसार सिविल अस्पताल नगवाईं में चिकित्सकों के स्वीकृत छह पदों में से केवल दो ही चिकित्सक है, बाकी चार पद खाली है। अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक छुट्टी पर गए हैं और दूसरे चिकित्सक भी ओवर वर्क प्रेशर के चलते बीमार हो गए है। बता दें कि रोजाना इस अस्पताल में डेढ़ सौ से दौ सौ के करीब ओपीडी होती है। कुछ दिन तो बीएमओ ओपीडी में डटे रहे, लेकिन अब इन दिनों अस्पताल में कोई चिकित्सक नहीं है। कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर स्थित नगवाईं अस्पताल बेहद अहम है। फोरलेन पर हादसों के बाद आपात स्थिति में घायलों को इसी अस्पताल में लाया जाता है। फोरलेन में हो रही दुर्घटनाओं में घायलों का प्राथमिक उपचार भी नहीं हो पा रहा है।