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लोक परंपरा के संरक्षण के साथ नशे के खिलाफ जागरूक करने की जरूरत
चंबा के ऐतिहासिक लक्ष्मी नारायण मंदिर में लक्ष्मी नाथ को चंबा के मिर्जा परिवार की बनाई मिंजर अर्पित करने के साथ रविवार को अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला शुरू हो गया। यह मेला 30 जुलाई तक चलेगा। समापन समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू मुख्य अतिथि होंगे। रविवार को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने विधिवत रूप से मिंजर अर्पित कर और पारंपरिक कुंजड़ी मल्हार गायन के बीच ध्वजारोहण कर मेले का आगाज किया। इससे पूर्व नगर परिषद चंबा कार्यालय से बैंड बाजे और पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों के साथ शोभायात्रा निकाली गई
शोभायात्रा में मिंजर मेले से संबंधित ध्वज लेकर कहार आगे-आगे चले। शोभायात्रा में विभिन्न सांस्कृतिक दलों के कलाकार भी शामिल रहे। गृह रक्षक बैंड की मधुर धुनों के बीच मुख्य बाजार से होते हुए शोभायात्रा लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में पहुंची। यहां राज्यपाल ने लक्ष्मीनाथ को मिंजर अर्पित की। मंदिर परिसर में स्थानीय कलाकारों ने पारंपरिक कुंडली मल्हार की प्रस्तुति दी। इसके उपरांत रघुनाथ को मिंजर अर्पित की गई। इस दौरान लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल, विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया भी मौजूद रहे।
लोक परंपरा के संरक्षण के साथ नशे के खिलाफ जागरूक करने की जरूरत : राज्यपाल
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हमारी समृद्ध लोक परंपराएं प्रगति और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इन्हें भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित करने के साथ समाज में फैल रहे अवैध नशे के कारोबार पर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। राज्यपाल के रूप में शिव प्रताप शुक्ल का चंबा जिले का यह पहला दौरा है। उन्होंने प्रदेशवासियों को मिंजर महोत्सव की बधाई दी।
कहा कि चंबा जिला अपनी नैसर्गिक सुंदरता और समृद्ध लोक संस्कृति के लिए विश्व प्रसिद्ध है। प्रदेश का हर गांव और हर शहर संस्कृति का एक अनूठा पन्ना है। मिंजर महोत्सव में यहां की पुरातन लोक परंपराओं, मान्यताओं और आस्था का गहरा नाता रहा है। उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। राज्यपाल ने मिंजर मेला खेल प्रतियोगिताओं की औपचारिक शुरुआत की भी घोषणा की।