हिमाचल प्रदेश

टूटा प्रकृति का कहर, अब तक 21 की मौत

Admin4
14 Aug 2023 12:18 PM GMT
टूटा प्रकृति का कहर, अब तक 21 की मौत
x
शिमला। राजधानी शिमला में रविवार की रात बारिश ने कोहराम मचा दिया। शहर में कई स्थानों पर भूस्खलन से 21 लोगों की मौत भी हुई है। कई स्थानों पर रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। अभी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। सोमवार सुबह फागली इलाके में भी भूस्खलन में कई घर जमींदोज हो गए। इस घटना में दो लोगों की मौत हुई है और छह लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया। यहां करीब 10 लोगों के फंसे होने की आशंका है। इससे पहले समरहिल के शिव बावड़ी मंदिर हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है। भूस्खलन से सोलन जिले के कंडाघाट के अंतर्गत जडौण गांव में एक परिवार के सात सदस्यों, अर्की में दो, हमीरपुर जिले में तीन, मंडी जिले में दो लोगों की मौत हुई। घटनास्थलों पर रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के समरहिल के घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्यों का जायजा लिया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अप्पर फागली में कई अस्थायी घर हैं। इनमें ज्यादातर दिहाड़ी मजदूरी करने वाले नेपाली समुदाय के लोग रहते हैं। यह बीते कई सालों से इसी जगह पर रह रहे हैं। सोमवार सुबह बारिश के बीच आए मलबे ने इनके घरों को तहस-नहस कर दिया। इसके अलावा कई पेड़ भी धराशायी हो गए।राहत व बचाव दलों ने घटनास्थल से दो लोगों के शव बरामद किए हैं। मृतकों की पहचान सुनीता और कमला के रूप में हुई है। अन्य छह लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती किया गया है। अभी भी करीब 10 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
एएसपी शिमला सुनील नेगी ने बताया कि राहत व बचाव दलों ने फोगली घटना में दो शवों को बरामद किया है। छह लोगों को घायल अवस्था में आईजीएमसी में भर्ती किया गया है। अभी भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत व बचाव कार्य जारी है। शिमला के उपनगर सरमहिल में भूस्खलन की चपेट में आये शिव बावड़ी मंदिर के मलबे कई लोग दब गए।पुलिस व प्रशासन के अलावा सेना के जवान भी राहत कार्यों में जुटे हैं। समाचार लिखे जाने तक पांच शव निकाले गए हैं। इनमें कुछ मासूम बच्चों के शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिले। अभी भी कम से कम 18 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
Next Story