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हिमाचल प्रदेश
केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू, तय होगा देशभर के पर्यटन का रोड मैप
Admin2
18 Sep 2022 7:53 AM GMT
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धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में आज से विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हो रहा है. इस राष्ट्रीय सम्मेलन में पर्यटन संबंधी बुनियादी ढांचे के विकास और सतत पर्यटन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी इस सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इसका उद्घाटन करेंगे. सम्मेलन में बुनियादी ढांचे और सतत पर्यटन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
अधिकारियों ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय देश में पर्यटन के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 18 से 20 सितंबर तक यह सम्मेलन आयोजित कर रहा है. उन्होंने बताया कि जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के पर्यटन संबंधी पहलुओं पर भी चर्चा की जाएगी. भारत अगले साल जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. पर्यटन मंत्रालय ने एक बयान में बतााया कि धर्मशाला में हो रहे इस सम्मेलन में विभिन्न राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के केंद्रीय मंत्री, पर्यटन मंत्री, राज्यपाल, केंद्र सरकार, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और पर्यटन एवं आतिथ्य सत्कार संघों के प्रमुख शामिल होंगे.
अधिकारियों ने बताया कि इस कार्यक्रम में पर्यटन मंत्रालय की विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें पर्यटन बुनियादी ढांचे का विकास, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और धरोहर पर्यटन, हिमालयी राज्यों में पर्यटन और जवाबदेह एवं सतत पर्यटन शामिल है. इस सम्मेलन में अरुणाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, असम, त्रिपुरा, मिजोरम, हरियाणा, सिक्किम, गोवा, मेघालय, कर्नाटक, लद्दाख, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, जम्मू व कश्मीर, झारखंड, केरल, और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के पर्यटन मंत्री शामिल होंगे. इस सम्मेलन में लगभग 250 प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है.
वहीं इस सम्मेलन के दौरान पर्यटन मंत्रालय की विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जिनमें पर्यटन अवसंरचना का विकास; सांस्कृतिक, आध्यात्मिक व धरोहर पर्यटन; हिमालयी राज्यों में पर्यटन; उत्तरदायी एवं सतत पर्यटन; पर्यटन स्थलों या गंतव्यों के विपणन एवं प्रचार-प्रसार में डिजिटल प्रौद्योगिकी की भूमिका; भारतीय आतिथ्य क्षेत्र में होम स्टे का उभरता महत्व; आयुर्वेद, वेलनेस, व मेडिकल वैल्यू ट्रैवल; और घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना शामिल हैं. सम्मेलन के दौरान पर्यटन मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा के साथ-साथ वन्यजीव पर्यटन, उत्तरदायी पर्यटन, जी-20 के पर्यटन संबंधी पहलुओं जैसे अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.
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