हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में फिर सक्रिय हुआ मानसून, 10 जुलाई तक यैलो अलर्ट जारी

Shantanu Roy
7 July 2023 9:45 AM GMT
हिमाचल में फिर सक्रिय हुआ मानसून, 10 जुलाई तक यैलो अलर्ट जारी
x
शिमला। राज्य में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने 4 दिन तक यैलो अलर्ट जारी किया है। यानी 10 जुलाई तक भारी वर्षा व अंधड़ चलने की संभावनाएं हैं, जबकि मौसम 12 जुलाई तक खराब रहेगा। वीरवार को राजधानी शिमला सहित कई इलाकों में वर्षा हुई है, जिसमें शिमला में 1.8, सुंदरनगर में 4, भुंतर में 5, धर्मशाला में 2.3, ऊना में 30.8, नाहन में 1, सोलन में 12, कांगड़ा 3, मंडी 0.8, डल्हौजी व चम्बा 4, कुफरी 3 तथा मशोबरा में 8 मिलीमीटर वर्षा हुई है जबकि पिछले 24 घंटों में जाटन बैराज में 12, चुवाड़ी में 9, नाहन, रेणुका व राजगढ़ में 7, ऊना व पच्छाद में 5, काहू, नादौन, कुमारसैन, कांगड़ा, बीबीएमबी, नयनादेवी व कुफरी में 3, सुजानपुर टिहरा, खदराला, नगरोटा सूरियां, बघार, जोगिंद्रनगर, डल्हौजी, वांगतू, धर्मशाला, पालमपुर, सराहन, भरमौर, भोरंज, झंडूता, कोटखाई, नारकंडा, मनाली व देहरा गोपीपुर में 2 सैंटीमीटर वर्षा हुई। उधर, ऊना में अचानक आई बाढ़ से मकान क्षतिग्रस्त हुआ। वीरवार को भुंतर में अधिकतम तापमान 33.4 तथा केलांग में 9.6 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा जबकि राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री सैल्सियस रिकाॅर्ड हुआ है।
प्रदेश में भारी बारिश की वजह से 13 दिनों में 3.19 अरब रुपए से अधिक की संपत्ति को नुक्सान पहुंचा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार 6 जुलाई शाम तक राज्य में 59 सड़कें बंद रहीं, जिसमें शिमला जोन में 30, मंडी जोन में 5, हमीरपुर जोन में 9 व कांगड़ा जोन में 15 सड़कें शामिल हैं। जल शक्ति विभाग को 125.31, लोक निर्माण विभाग को 163.52, विद्युत बोर्ड को 0.92, बागवानी विभाग को 26.22 तथा शहरी विकास विभाग को 0.38 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। इस दौरान 41 लोगों की मौत हुई है और 74 लोग घायल हुए हैं। 9 घर पूरी तरह, 48 घर आंशिक व 7 दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जबकि 353 मवेशियों की मौत और 28 गऊशालाएं भी बरसात में नष्ट हुई हैं। प्रदेश में बीते एक सप्ताह से मानसून कमजोर पड़ा रहा, जिससे 27 जून से 3 जुलाई तक सामान्य से 36 प्रतिशत कम बारिश हुई है। शिमला और सिरमौर जिलों को छोड़कर अन्य सभी 10 जिलों में सामान्य से कम बरसात हुई है। लाहौल-स्पीति जिले में पानी की बूंद तक नहीं गिरी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डाॅ. सुरिंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश में अभी भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। उन्होंने पर्यटकों सहित आम लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि वे नदी-नालों की ओर न जाएं ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि भारी बारिश से सड़कें और रास्ते बंद हो सकते हैं, ऐसे में कोई भी प्रोग्राम मौसम को देखते हुए बनाया जाए।
Next Story