- Home
- /
- राज्य
- /
- हिमाचल प्रदेश
- /
- मंडी-पठानकोट नेशनल...
हिमाचल प्रदेश
मंडी-पठानकोट नेशनल हाई-वे पर सबसे ज्यादा नुकसान, बारिश से एनएचएआई को 70 करोड़ की चपत
Gulabi Jagat
23 Aug 2022 6:59 AM GMT

x
शिमला
बरसात के मौसम के चलते बारिश से नेशनल हाई-वे पर 70 करोड़ से ज्यादा की चपत लग चुकी है। एनएचएआई मुख्यालय से पहुंची टीम ने नुकसान का शुरुआती आकलन किया है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगामी कदम उठाए जा रहे हैं। एनएचएआई को सबसे ज्यादा नुकसान पठानकोट-मंडी नेशनल हाई-वे पर हुआ है। यहां 40 जगह भू-स्खलन की घटनाएं हुई हैं। कोटरूपी में सडक़ का 250 मीटर हिस्सा धंस गया है। एनएचएआई के विशेषज्ञ दल ने कोटरूपी में डेरा डाल दिया है और मंगलवार से यहां भारी मशीनरी तैनात कर दी जाएगी। एनएचएआई के अधिकारियों की एक अहम बैठक सोमवार को हुई है। इस बैठक में भू-स्खलन के बाद छेड़े गए राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की गई। गौरतलब है कि बीते 48 घंटे के दौरान लगातार बारिश की वजह से भू-स्खलन की घटनाएं पूरे प्रदेश भर में हुई हैं।
हिमाचल के चारों नेशनल हाई-वे इन घटनाओं से बाधित हुए थे। करीब 100 जगह भू-स्खलन हुआ। इसके बाद मलबा हटाने के लिए एनएचएआई ने एक दर्जन से ज्यादा एजेंसियों को झोंक दिया था। नेशनल हाई-वे का ज्यादातर हिस्सा बहाल कर लिया गया है। हालांकि पठानकोट-मंडी में नेशनल हाई-वे को दोबारा दुरुस्त करने में अभी समय लग सकता है। यहां कोटरूपी में पहाड़ दरकने की वजह से तबाह हुए एनएच को दोबारा बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल, नेशनल हाई-वे अॅथारिटी ऑफ इंडिया की टीमें भू-स्खलनग्रस्त क्षेत्रों से सैंपल जुटा रही हैं। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्रालय की एक टीम ने भी नेशनल हाई-वे का दौरा किया था। यह टीम कालका-शिमला नेशनल हाई-वे के सोलन और कुमारहट्टी के बीच सुरंग से ठीक पहले धंसे हिस्से का मुआयना करने आई थी। इस दौरान एनएचएआई ने जमीन के दलदली होने का तर्क दिया था। अब इस रिपोर्ट के आधार पर एनएचएआई कई बड़े कदम उठा सकती है। फिलहाल, प्रदेश में एनएचएआई ने अपनी टीमें सभी पांचों नेशनल हाई-वे में तैनात करदी हैं। नुकसान का आंकड़ा आगामी दिनों में बढ़ सकता है।
संवेदनशील जगहों से भरे मिट्टी के सैंपल
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि लगातार बारिश की वजह से पांचों नेशनल हाई-वे प्रभावित हुए हैं। इनमें अब तक शुरुआती आकलन करीब 70 करोड़ रुपए का हुआ है। भू-स्खलन होने की वजहों की जांच की जा रही है। इसके लिए संवेदनशील जगहों से मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं। प्रदेश भर के पांचों नेशनल हाई-वे में करीब 100 जगह भू-स्खलन हुआ है। कोटरूपी में भारी मशीनरी तैनात कर दी गई है और मार्ग को बहाल करने का काम छेड़ा गया है।
आज गाडिय़ों के लिए खुल जाएगा चक्की पुल
नूरपुर। पानी के तेज बहाव की मार के कारण ऐहतियात के तौर पर बंद किया गया चक्की पुल मंगलवार को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। पिछले करीब तीन दिनों से बंद इस महत्त्वपूर्ण पुल को एनएचएआई द्वारा इसको यातायात के लिए बहाल करने की कोशिशें तेज कर दी गई है। सोमवार को एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनिल सेन और चीफ जनरल मैनेजर व स्पेशल टेक्निकल एडवाइजर ने पुल का निरीक्षण किया और इस बारे विभागीय टीम को दिशा-निर्देश दिए। इसे मंगलवार सुबह यातायात को खोलने बारे चर्चा की गई।

Gulabi Jagat
Next Story