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- मंडी-कुल्लू की यात्रा...
बहुत जरूरी न हो, तो आज मंडी से कुल्लू की यात्रा को टाल दें, क्योंकि आज डेंजरस प्वाइंट 6 मील के पास शाम सात बजे तक ब्लास्टिंग का कार्य किया जाएगा। कीरतपुर-मनाली फोरलेन निर्माण कार्य के कारण मंडी से पंडोह की ओर छह मील के पास 25 जून को भारी भूस्खलन के कारण बड़ी-बड़ी चट्टानों ने सडक़ को क्षतिग्रस्त कर दिया था।
बीस घंटे के लंबे अंतराल के बाद इस डेंजरस प्वाइंट से एक तरफा वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी थी। एक सप्ताह के बाद आज भी बड़ी-बड़ी चट्टानें निर्माण कंपनी व जिला प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई हंै। इन्हें हटाने के लिए कंपनी के पास हैवी डोजर मशीन नहीं है। यदि डोजर होता, तो ये चट्टाने 7-8 घंटे में साफ हो जातीं। लोगों के साथ पर्यटक भी परेशान न होते। कंपनी एलएनटी मशीनों से भारी चट्टानों को हटाने का पिछले सात दिन से असफल प्रयास कर रही है। 30 जून को जिला प्रशासन ने इन चट्टानों को ब्लास्टिंग से तोडऩे का निर्णय लिया है। यह कार्य आज सुबह 9 बजे से शाम सात बजे तक थोड़े-थोड़े समय के बीच चलता रहेगा, जिस कारण मार्ग बार-बार बंद किया जाएगा।
एडिशनल एसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि इस डेंजरस प्वाइंट को बहाल करने के लिए ब्लास्टिंग ही एक विकल्प है, जो आज दिन भर थोड़े-थोड़े समय में जारी रहेगी। इस दौरान सडक़ भी बंद रहेगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि सडक़ को सुचारु करने में सहयोग दें। यह निर्णय पुलिस प्रशासन व एसडीएम सदर मंडी ओम दत्त एवं केएमसी कंपनी की संयुक्त बैठक में लिया गया है, वहीं लोक निर्माण विभाग के सेवानिवृत्त इंजीनियर पंछी राम ने बताया कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग का निर्माण किया जा रहा है, मगर कंपनी के पास डोजर मशीन नहीं है। यदि डोजर होता, तो यह बड़ी चट्टानें 7-8 घंटे में साफ हो जातीं। उन्होंने कहा कि फोरलेन निर्माण कंपनी एफकोन के पास डोजर उपलब्ध है। जिला प्रशासन को इसका इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे जहां सडक़ जल्दी बहाल होगी, वहीं यातायात भी बाधित नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को इस तकनीक की जानकारी शायद नहीं दी गई है।