हिमाचल प्रदेश

कृषि विभाग के 26 विक्रय केन्द्रों पर लटके ताले, किसानों को बीज व दवाओं के लाले

Shantanu Roy
20 May 2023 9:37 AM GMT
कृषि विभाग के 26 विक्रय केन्द्रों पर लटके ताले, किसानों को बीज व दवाओं के लाले
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सोलन। कृषि विभाग के 26 विक्रय केंद्रों पर ताले लटके हैं। इस कारण किसानों को बीज व दवाओं के लाले पड़ गए हैं। विभाग ने किसानों को घर द्वार पर बीच, कीटनाशक दवाएं व कृषि उपकरण उपलब्ध करवाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए कृषि विक्रय केंद्रों पर ताले लटके हुए हैं। जिला में दो केंद्र तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के सहारे चले हुए हैं। किसानों को इन केंद्रों का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। इस कारण किसानों को महंगे दामों पर निजी कंपनियों को बीज खरीदना पड़ रहा है। कई बार तो यह बीज खराब भी निकल रहा है। इसके कारण किसानों को नुक्सान उठाना पड़ रहा है। सोलन में वर्ष 2021 में टमाटर का रॉक स्टार बीज इसका सबसे बड़ा उदहारण है। जिले में विक्रय केन्द्रों पर ताले लटकने का सबसे बड़ा कारण कृषि प्रसार अधिकारी के 46 में से 37 पद रिक्त होना है। यह अधिकारी ही इन विक्रय केंद्रों में किसानों को सेवाएं प्रदान करते हैं। कृषि सलाह से लेकर बीज, कीटनाशक दवाएं व कृषि से संबंधित उपकरण इन अधिकारियों के माध्यम से विक्रय केंद्रों में मिलते हैं। जिले के 5 विकास खंडों में 7-7 कृषि विक्रय केंद्र हैं। 28 में कृषि प्रसार अधिकारी नहीं हैं। इस कारण 26 में तो ताले लटक गए हैं जबकि 2 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी ने चलाए हुए हैं। धर्मपुर विकास खंड में 7 में से 5, कंडाघाट में 7 में से 6, कुनिहार में 7 में से 4 व नालागढ़ में 7 में से 6 में ताले लगे हुए हैं जबकि सोलन विकास खंड में कृषि प्रसार अधिकारी के 7 विक्रय केंद्रों में पद खाली हैं।
लेकिन ताले केवल 5 में ही लगे हैं जबकि सपरून व कुमारहट्टी में केंद्र चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के सहारे चले हुए हैं। ऐसा नहीं है कि कृषि प्रसार अधिकारी की तैनाती विक्रय केंद्रों में ही होती है। इनके 11 पद जिला उपनिदेशक कार्यालय के अलावा अन्य कृषि केंद्रों में भी हैं लेकिन वहां भी अधिकांश पद रिक्त हैं। जिला उपनिदेशक कार्यालय सोलन में 2 में से 1, बीज जांच लैब में 2 में से 1, मिट्टी जांच प्रयोगशाला 2 में से 2, सब्जी विकास स्टेशन चम्बाघाट व बेरटी में 1-1 में से 1- 1 सब्जी विकास स्टेशन बेरटी में 1 में से 1 व सीड मल्टीफिकेशन फार्म मंझौली व कुनिहार में 1-1 में से 1-1 पद रिक्त खाली हैं। कृषि प्रसार अधिकारी को किसान व कृषि विभाग के बीच की मजबूत कड़ी माना जाता है इन अधिकारियों के 80 पद रिक्त होने से किसान व विभाग के बीच फासला बढ़ता जा रहा है। हालांकि विभाग ने मौजूदा आधा दर्जन कृषि प्रसार अधिकारी की रोटेशन में इन केंद्रों में ड्यूटी लगाई तो जा रही है लेकिन एक समय में 26 केंद्रों पर ताले लटके रहते हैं। कृषि उपनिदेशक डीपी गौतम ने बताया कि सोलन जिले में कृषि प्रसार अधिकारी के 46 में से 37 पद रिक्त हैं। जिले के 5 विकास खंडों में 7-7 कृषि विक्रय केंद्र हैं। इन 35 विक्रय केंद्रों में से 28 में कृषि प्रसार अधिकारी नहीं हैं। इसमें से 2 को तो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के सहारे चलाया हुआ है। 26 केंद्रों में बीच में रोटेशन में कृषि प्रसार अधिकारी को भेजा जा रहा है। इन पदों के खाली होने के कारण किसानों को दिक्कतें जरूर आ रही हैं। फिर भी विभाग द्वारा सेवाएं प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
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