हिमाचल प्रदेश

शिमला नहीं बेंगलुरु में जुटेंगे विपक्षी दलों के नेता, 13 और 14 जुलाई को होगी बैठक

Shantanu Roy
30 Jun 2023 9:23 AM GMT
शिमला नहीं बेंगलुरु में जुटेंगे विपक्षी दलों के नेता, 13 और 14 जुलाई को होगी बैठक
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शिमला। आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्षी दलों की महाबैठक अब बेंगलुरु में होगी। पहले यह बैठक शिमला में होनी प्रस्तावित थी लेकिन अब यह बैठक 13 व 14 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार है लेकिन विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए बेंगलुरु को चुना गया है। गौर हो कि कर्नाटक में कांग्रेस की ऐतिहासिक विजय होने के बाद शपथ ग्रहण समारोह में कई विपक्षी दलों के नेताओं ने शामिल होकर एकजुटता का संदेश दिया था, ऐसे में अब कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु को ही बैठक के लिए चुना गया है।
विपक्षी दलों की महाबैठक में संयुक्त तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। गौर हो कि वर्ष 2003 में कांग्रेस की राष्ट्रीय चिंतन बैठक शिमला स्थित राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में आयोजित हुई। इस बैठक में पूर्व एनडीए सरकार के खिलाफ रणनीति तैयार की गई थी, जिसके परिणास्वरूप वर्ष 2004 से 2014 तक पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 10 वर्ष तक केंद्र में यूपीए सरकार सत्तासीन रही। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान ने कहा कि यह राष्ट्रीय स्तर का निर्णय है। उन्होंने कहा कि शिमला में विपक्षी दलों की बैठक होने को लेकर भी आधिकारिक तौर पर कोई सूचना नहीं थी। ऐसे में इस संबंध में पार्टी हाईकमान से सूचना मिलने पर ही कुछ कहा जा सकता है। पहाड़ी राज्य हिमाचल का मौसम भी शिमला में होने वाली प्रस्तावित बैठक के स्थगित होने का कारण माना जा रहा है। देखा जाए तो प्रदेश में मानसून सक्रिय है और इस बार जुलाई माह में ज्यादा वर्षा की संभावना बनी हुई है। ऐसे में विपक्षी दलों की बैठक में कोई व्यवधान न पड़े, उसे देखते हुए बेंगलुरु को बैठक के लिए चुना गया है। मानसून के दौरान धुंध रहती है, जिससे एयर कनैक्टीविटी भी प्रभावित होती है।
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