हिमाचल प्रदेश

लाहुल प्रशासन ने यात्रा न करने की जारी की एडवाइजरी …आसमान से बरसी सफेद आफत

Gulabi Jagat
15 Nov 2022 11:22 AM GMT
लाहुल प्रशासन ने यात्रा न करने की जारी की एडवाइजरी …आसमान से बरसी सफेद आफत
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आसमान से बरसी सफेद आफत
हिमाचल प्रदेश में मौसम के करवट बदलते ही रविवार रात से ऊंची चोटियों पर हिमपात का दौर जारी है। लाहुल-स्पीति, कुल्लू व पांगी में आसमान से बरसी सफेद आफत ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी है। वहीं, सडक़ों पर सफर जोखिम भरा हो गया है। लाहुल प्रशासन ने स्थानीय लोगों सहित सैलानियों से क्षेत्र में यात्रा न करने की एडवाइजरी जारी की है…
किन्नौर में मौसम ने बदले तेवर
रिकांगपिओ। किन्नौर जिला में सोमवार सुबह से ही ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने के साथ-साथ निचले व माध्यम क्षेत्रों में बारिश से मौसम ठंडा हो गया है। सेामवार सुबह किन्नौर के कल्पा व छितकुल सहित नेसंग, आसरंग, हांगो व रोपा वैली में रुक-रुक कर बर्फबारी का दौर जारी है। डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने एडवाइजरी जारी कर 16 नवंबर तक लोगों को ऊंचाई वालो इलाकों सहित संवेदनशील स्थानों पर न जाने की सलाह दी है।
हिमपात से लाहुल घाटी की सडक़ें जाम
अटल टनल के दोनों छोर पर थमी वाहनों की रफ्तार
दिव्य हिमाचल ब्यूरो—कुल्लू
जिला लाहुल-स्पीति में भारी हिमपात के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार देर रात से हो रही बारिश व बर्फबारी के बाद से लाहुल घाटी के अनेक संपर्क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गए हैं। लगातार हो रही बर्फबारी के चलते देर शाम तक कोई भी मार्ग लाहुल घाटी में खुल नहीं पाया था। वहीं, लाहुल प्रशासन की ओर से भी स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को हिदायत दी गई है कि वह अनावश्यक यात्रा करने से बचे। एसपपी लाहुल-स्पीति ने भारी हिमपात के चलते सडक़ें वाहनों के लिए बंद हो गई हैं। उन्होंने कहा कि सैलानी खराब मौसम में लाहुल की ओर सफर करने से बचें। गौर रहे कि बीते कुछ दिनों से घाटी में मौसम खराब था, लेकिन गत 12 नवंबर को मतदान के दिन जिलाभर में मौसम काफी सुहावना था। रविवार के बाद से बिगड़े मौसम के मिजाज के चलते अब लाहुल -स्पीति में भारी बर्फबारी का क्रम शुरू हो गया है, जिस कारण से लाहुल में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। बर्फबारी के चलते सोमवार को लोग सुबह से ही घरों में दुबके रहे।
पानी की पाइपें जाम बर्फ पिछला कर गुजारा
घाटी में हिमपात से पानी की पाइपें भी ठंड के चलते जम गई हैं। ऐसे में लोगों को बर्फ को पिघलाकर गुजारा करना पड़ रहा है। ऐसे में कई बच्चे भारी बर्फबारी के चलते सोमवार को स्कूल भी नहीं जा पाए।
बरशैणी-कोटकंढी में सीजन की पहली बर्फबारी
भुंतर। जिला कुल्लू की रूपी-पार्वती घाटी की कई चोटियों पर सीजन का पहला हिमपात दर्ज हुआ है। सोमवार को घाटी की ऊंची चोटियों में बर्फबारी होने के बाद समूचे इलाके को शीतलहर ने अपनी चपेट में ले लिया है और पारा शून्य से नीचे चला गया है। सोमवार को घाटी के बरशैणी, खीरगंगा, रुद्र नाग, मानतलाई, मलाणा, शीलागढ़ व कोटकंढ़ी की ऊंची चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरे, तो निचले इलाकों में बारिश ने दिन भर खूब भिगोया।
रोहतांग में डेढ़ फुट हिमपात
मनाली में सीजन के पहले हिमपात से ही छूटी कंपकंपी
निजी संवाददाता—मनाली
रोहतांग में डेढ़ फुट से अधिक बर्फबारी हो चुकी है, जहां पर देर शाम तक बर्फबारी का क्रम यहां पर जारी था। इसी के साथ रोहतांग दर्रे सहित मनाली के ऊझी घाटी, हामटा पास, सोलंग नाला, वरिष्ठ, कोठी व गुलाबा में बर्फबारी के बाद सैलानियों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। पर्यटन से जुड़े कारोबारियों ने भी सैलानियों को फोर वाई फोर वाहन का ही पर्यटन स्थलों में आने की बात कही है। बर्फ में छोटे वाहनों के फिसलने का खतरा बना रहता है। बरहाल, मनाली में सीजन के पहले हिमपात से ही सारा क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है। ठंड से बचने के लिए लोगों ने भी घरों में तंदूर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
पांगी घाटी ने ओढ़ी बर्फ की चादर
चंबा। जनजातीय उपमंडल पांगी ने सोमवार को फिर से बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। सोमवार को जनजातीय उपमंडल मुख्यालय किलाड़ में एक फुट, जबकि ऊपरी क्षेत्रों में डेढ़ से दो फुट तक बर्फ गिरी है। बर्फबारी के बीच बिजली व पेयजल व्यवस्था चरमराने से घाटीवासियों की दिक्कतें दोगुना हो गई हैं। बर्फबारी के कारण घाटी के संपर्क मार्गों पर वाहनों के पहिए भी थम गए। बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट से समूची पांगी घाटी कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गई। इस कारण लोग घरों में दुबकने को मजूबर होकर रह गए हैं। पांगी घाटी में सीजन की यह तीसरी बार बर्फबारी हुई है। सर्दियों के मौसम के इस कडक़ मिजाज के चलते पांगी घाटी के लोग बर्फबारी के कारण आगामी दिनों में पेश आने वाली मुश्किलों से सिंहर उठे हैं।
मानतलाई झील पर जमी शीशे की परत
बर्फबारी से जम गया पानी, शीतहर से बचने को घरों में दुबके लोग
साहसिक यात्राओं पर पांच माह तक विराम, चांदी सी चमकी चोटियां
स्टाफ रिपोर्टर—भुंतर
जिला कुल्लू में स्थित पार्वती ग्लेश्यिर सहित तमाम ऊंची पर्वतमालाओं पर हुई बर्फबारी से तापमान में गिरावट आ गई है। ऐसे में मानतलाई झील जम गई है। साथ ही भारी बर्फबारी ने मानतलाई पहुंचने वाले रास्ते को भी पूरी तरह से बंद कर दिया है। लिहाजा प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से खीरगंगा व मानतलाई समेत अन्य ऊंचे इलाकों के लिए साहसिक यात्रा करने वाले टै्रकरों को अलर्ट कर दिया है। मौसम को देखते हुए यहां पर आने वाले दिनों में और ज्यादा बर्फ बारी की आशंका है। ऐसे में आने वाले चार से पांच माह के लिए मानतलाई के रास्ते फिलहाल टै्रकिंग के लिए बंद हो गए है।
ब्यास-पार्वती नदी का पानी घटा
हिमपात से तापमान शून्य से काफी नीचे लुढक जाने के चलते मानतलाई की झील बर्फ की सिंगी रूपी प्लेट में बदल गई है और शीशे की तरह चमकने लगी हैं। इसी के साथ सराऊ मंगा, मानतलाई टॉप वासुकी नाग, बड़ा शिंगरी तथा छोटा शिंगरी गलेशियर भी बर्फ के पहाड़ों में बदल गए है और कुगू के ऊपरी क्षेत्रों के झरनें भी बर्फ की सिगींयों मे तबदील हो गए हैं। इन झीलों के जम जाने से ब्यास और पार्वती के नदियों के जलस्तर में भारी गिरावट आ गई है।
ऊंचे इलाकों में सफर खतरनाक
कुल्लू के उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने बताया कि बर्फबारी से ऊंचे इलाकों में सफर खतरों भरा रहता है और इसे देखते हुए साहसिक यात्रियों को टै्रकिंग न करने की सलाह है।
फसलों को नुकसान
लाहुल में इस बार समय से पहले अधिक ठंड पडऩे और पारा जमने के कारण से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान फसलें खराब होने के कारण से भी झेलना पड़ा है। बरहाल, सुबह से दोपहर तक लाहुल में बर्फबारी का क्रम जारी रहा।
जलोड़ी जोत पर यातायात ठप
आनी। जिला मुख्यालय कुल्लू को जोडऩे वाला दर्रा जलोड़ी जोत में ताजा हिमपात हुआ है। ताजा हिमपात से आउटर सिराज के लिए यातायात बंद हो गया है। ताजा हिमपात से समूचा क्षेत्र ठंड के चपेट में आ गया है। सोमवार सुबह से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश लगातार सुबह से देर तक होती रही। इस बर्फबारी से जहां पर बागबानों के लिए खुशी की बात है, तो वहीं, पर पर्यटकों के चेहरे पर भी रौनक आ गई है।
शिकारी देवी मंदिर का रास्ता मार्च 2023 तक बंद
करसोग। शिकारी देवी माता मंदिर की ओर जाने वाला रास्ता 15 नवंबर से मार्च 2023 तक पूर्ण रूप से बंद करने का आदेश उपमंडल अधिकारी नागरिक सराज पारस अग्रवाल द्वारा जारी कर दिया है। बर्फबारी के चलते कोई भी व्यक्ति किसी संकट में न फंसे और इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों तथा राजस्व विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों से भी आग्रह किया है।
पठानकोट-मंडी एनएच पर कीचड़ से 32 मील में जाम
जवाली। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय मार्ग पर फोरलेन कार्य परेशानी का सबब बनता जा रहा है। जरा सी बारिश होने पर भी मार्ग कीचड़ से दलदल हो जाता है। सोमवार को भी बारिश के कारण 32मील में फोरलेन का कार्य परेशानी का सबब बन गया। बारिश होते ही मार्ग पर कीचड़ ही कीचड़ फैल गया, जिस कारण वाहनों सहित राहगीरों का गुजरना मुश्किल हो गया। इस मार्ग से वाहन सरकते हुए गुजरे। वाहनों का करीबन दो-दो किलोमीटर तक एक से डेढ़ घंटे का समय लग रहा था।
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