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हिमाचल प्रदेश
श्रम कानून बदलने पर मजदूरों ने घेरा श्रम विभाग कार्यालय, सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
Shantanu Roy
13 Oct 2022 8:25 AM GMT
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बड़ी खबर
मंडी। सीटू मजदूर संगठन से संबंधित मनरेगा व निर्माण मजदूर यूनियन ने बुधवार को श्रम कानूनों को बदलने के विरोध में श्रम विभाग के कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान मजदूरों ने अपनी मांगों से संबंधित एक मांग पत्र हिमाचल प्रदेश सरकार को भी भेजा। सीटू के जिला उपाध्यक्ष एवं डलाह वार्ड से जिला परिषद सदस्य रविकांत ने बताया कि केंद्र सरकार तो मजदूर विरोधी कानून बना ही रही है, साथ में हिमाचल में भाजपा सरकार भी मजदूर विरोधी फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने दिहाड़ी तो बढ़ा दी है लेकिन अभी भी मनरेगा मजदूरों को बढ़ी हुई दिहाड़ी नहीं दी जा रही है। सीटू मांग करती है कि मनरेगा मजदूरों को सभी प्रकार की लाभ दिए जाएं, नहीं तो आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश में सभी पंजीकृत निर्माण एवं मनरेगा मजदूरों को संगठित कर सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि आचार संहिता से पहले यदि सरकार इसकी दुरुस्ती नहीं होती है तो घर-घर जाकर मजदूर परिवारों को एकत्र किया जाएगा और सरकार के खिलाफ हर घर से विरोध प्रस्ताव पारित करवाए जाएंगे।
बालीचौकी में भी प्रदर्शन
सीटू के बैनर तले मनरेगा मजदूरों ने बालीचौकी में मनरेगा कामगारों को श्रमिक कल्याण बोर्ड से बाहर करने और उन्हें मिलने वाले लाभों से वंचित करने के खिलाफ एसडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इसके उपरांत मनरेगा मजदूरों ने सीटू नेताओं की अगुवाई में तहसीलदार बालीचौकी रमेश राणा के माध्यम से सरकार को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। प्रदेश सीटू कार्यकारिणी के सदस्य इंदर सिंह ने बताया कि मनरेगा मजदूरों को श्रमिक कल्याण बोर्ड से बाहर करने व तमाम फायदे रोकने के खिलाफ प्रदर्शन किया गया है। वहीं मुख्यमंत्री को मजदूरों ने एक मांग पत्र भी भेजा है। प्रदर्शन से पहले बालीचौकी बाजार में रैली निकाली गई। भारत जनवादी नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष महेंद्र राणा ने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं के बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर बखान के लिए विज्ञापनों पर फिजूल खर्चा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ लोगों को विभिन्न योजनाओं से बाहर किया जा रहा है। यदि प्रदेश सरकार मनरेगा मजदूरों के श्रमिक कल्याण बोर्ड को बहाल नहीं करती है तो मनरेगा मजदूर भी प्रदेश सरकार को हिमाचल प्रदेश की सत्ता से बाहर कर देंगे। प्रदर्शन में शकुंतला देवी, तिलकराज, प्रकाश चंद, रुद्रमणि, मंछाराम, टेक सिंह, देवेंद्र कुमार व धर्मेंद्र कुमार सहित अन्य मनरेगा कामगार उपस्थित रहे।
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