हिमाचल प्रदेश

मंडियों तक सेब पहुंचाना मुश्किल, जिला में बारिश से सबसे ज्यादा मार्गों को नुकसान

Gulabi Jagat
31 July 2023 12:27 PM GMT
मंडियों तक सेब पहुंचाना मुश्किल, जिला में बारिश से सबसे ज्यादा मार्गों को नुकसान
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शिमला: हिमाचल प्रदेश में सेब सीजन शुरू हो चुका है। हर रोज हजारों सेब की पेटियां मंडियों में पहुंचना शुरू हो गई है। बारिश के कारण प्रदेश में आई आपदा से 409 सडक़ंे अभी भी बंद है। इनमें दो एनएच भी शामिल है। ऐसे में बागबानों को मंडियों तक सेब पहुंचाना मुश्किल हो गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों पर नजर डालें तो शिमला और कुल्लू जिला में सबसे ज्यादा सडक़ंे बंद है। शिमला जिला में 167, शिमला शहरी और ग्रामीण में छह, ठियोग उपमंडल में 14, कोटखाई में आठ, जुब्बल में 11 और रोहड़ू उपमंडल में 29 सडक़ें बंद है। इसके अलावा रामपुर उपमंडल में 69, चौपाल में 20, कुमारसेन में चार, कुपवीं में 14 और डोडरा क्वार में दो सडक़ंे बंद है। कुल्लू जिला में कुल 89 सडक़ें बंद है। इनमें एनएच-305 भी शामिल है। सेब सीजन के दौरान बागबानों की उपज मंडियों तक आसानी से पहुंचाना सरकार के लिए चुनौती बन गया है। प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे सेब उत्पादक क्षेत्रों के कई मंडलों में सैकड़ों सडक़ें बंद हैं।
सडक़ें खोलने को जुटी मशीनें
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सडक़ें बहाल करने के लिए पर्याप्त मात्रा में मशीनें लगाई गई हैं। मुख्यमंत्री के आदेशों पर अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग को सडक़ बहाली के काम में निगरानी के लिए नोडल अधिकारी बनाया है। जल्द से जल्द सभी सडक़ों को बहाल कर दिया जाएगा। बागबानी मंत्री शिमला में यह बात कह चुके हैं कि सेब उत्पादक क्षेत्रों में सडक़ें बहाल करने और मरम्मत के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। संबंधित विभाग से मुख्यमंत्री रोजाना रिपोर्ट ले रहे हैं। सरकार का प्रयास है कि सेब का एक-एक दाना मंडियों तक पहुंचे और बागबानों को परेशानी न झेलनी पड़े।
सेब खरीद को 210 केंद्र खोलेगा एचपीएमसी
प्रदेश में मंडी मध्यस्थता योजना के तहत आम की खरीददारी के लिए 42 केंद्र खोलेे
स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
मंडी मध्यस्थता योजना यानी एमआईएस के तहत सेब खरीद के लिए एचपीएमसी प्रदेश भर में 210 खरीद केंद्र खोलेगा। इसके लिए एचपीएमसी की ओर से डिप्टी जीएम एचपीएमसी परवाणू, प्लांट मैनेजर एचपीएमसी जरोल, आरएम एचपीएमसी कुल्लू और कांगड़ा और कांगड़ा, कुल्लू और कांगड़ा जिला में एचपीएमसी के सभी ब्रांच मैनेजर को आदेश जारी कर दिए है। इन आदेशों में कुल 210 केंद्रों पर सेब की खरीद शुरू करने को आदेश दिए है। गौरतलब है कि कि एचपीएमसी व हिमफैड की ओर से मंडी मध्यस्थता योजना के तहत सी ग्रेड सेब की खरीद की जाती है। इस सेब की खरीद के लिए राज्य सरकार की ओर से दस रुपए प्रतिकिलों को रेट निर्धारित है। एचपीएमसी की ओर से न सिर्फ सेब खरीद के लिए खरीद खोले गए हैं, जबकि आम की खरीद भी एमआईएस के तहत की जाएगी। इसके लिए प्रदेशभर में 42 खरीद केंद्र खोले गए है। हिमाचल में इस बार एमआईएस के तहत सेब खरीदने में देरी हुई है। इसके कारण बागबानों का सी ग्रेड का ज्यादातर सेब खराब हो गया है। एक ओर जहां एचपीएमसी की ओर से सी ग्रेड सेब के लिए खरीद केंद्र खोल दिए हैं, तो वहीं हिमफैड की ओर से अभी तक खरीद केंद्र नहीं खोले गए है। दरअसल सरकार की ओर से अभी तक हिमफैड का चैयरमैन नियुक्त नहीं किया है। चैयरमैन की नियुक्ति न होने से हिमफैड की बोर्ड बैठक नहीं हो पा रही है। इसके कारण प्रदेश में अभी तक हिमफै
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