हिमाचल प्रदेश

विदेशों में बढ़ी लाल चावल की मांग

Gulabi Jagat
5 July 2023 6:24 PM GMT
विदेशों में बढ़ी लाल चावल की मांग
x
गोहर: ज्यूणीघाटी के सुप्रसिद्ध ऑर्गेनिक, स्वादिष्ट व शूगर फ्री कहलाए जाने वाले लाल चावल (आनण) की मांग अब विदेशों में भी होने लगी है। विदेशी पर्यटक ज्यूूणीघाटी व कुल्लू जिला के बंजार में उत्पादित होने वाले इस लाल चावल को औट बाजार से हाथों हाथ खरीद रहे है। आस्ट्रेलिया, दुबई व कनेडा के विदेशी पर्यटकों ने दिल्ली-मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग के औट बाजार में लाल चावल की खरीददारी की। औट के व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने इस बार 20 क्ंिवटल से अधिक लाल चावल खरीदकर बेचा है। इस बार विदेशी पर्यटकों ने इस लाल चावल को बेहद पसंद किया है।
औट बाजार में दशकों से विभिन्न उत्पाद बेचने वाले श्याम लाल का कहना है कि उन्होंने दो साल पूर्व अपनी रिश्तेदारी में मंडी जिला सुप्रसिद्ध ज्यूणीघाटी व कुल्लू जिला के बंजार में पाए जाने वाले लाल चावल मंगवाए थे। एक से पांच किलोग्राम तक की पैकिंग में रखे गए इन लाल चावलों को विदेशी पर्यटकों ने काफी पसंद किया है। इस बार उत्पादन से अधिक आई डिमांड ने ज्यूणीघाटी व बंजार क्षेत्र के किसानों को लाल चावल के उत्पादन में और अधिक प्रेरित करके रख दिया है। विदेशी पर्यटक इस लाल चावल को पांच सौ तथा धान को चार सौ रुपए प्रति किलोग्राम की दर से हाथों हाथ खरीद रहे है। एचडीएम
यहां होती हैं यह फसल तैयार
ज्यूणीघाटी की ग्राम पंचायत शाला, नौण, तुन्ना, धिस्ती व कांढी-कमरूनाग पंचायतों में लाल चावल की बंपर बंपर पैदावार होती है। यहां की जलवायु उपयुक्त होने के कारण इस क्षेत्र में हर बार करीब पांच सौ हेक्टेयर रकवे में धान की रोपाई की जाती है, लेकिन लाल चावल की बढ़ती डिमांड के चलते इस बार किसानों ने लगभग दो सौ हेक्टेयर रकवे पर लाल चावल लगाने का निर्णय लिया है।
Next Story