हिमाचल प्रदेश

2017 के विधानसभा चुनाव में 120 से लेकर 1879 वोटों से जीते थे प्रत्याशी, किन्नौर-बड़सर-कसौली में 450 से कम रहा आंकड़ा

Renuka Sahu
7 Nov 2022 5:11 AM GMT
In the 2017 assembly elections, the candidates won by 120 to 1879 votes, in Kinnaur-Badsar-Kasauli the figure was less than 450
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न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में दस प्रतिशत से भी कम मार्जिन से जीत वाली प्रदेश की 17 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी चुनाव मैदान में आमने-सामने भिड़ रहे हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में दस प्रतिशत से भी कम मार्जिन से जीत वाली प्रदेश की 17 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी चुनाव मैदान में आमने-सामने भिड़ रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की इन 17 सीटों पर 120 से लेकर 1879 वोटों के अंतर से प्रत्याशी जीते थे। दोनों दलों के नेता इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए चुनाव मैदान में खूब मेहतन कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कम मार्जिन से जीत वाली 17 सीटों में दस प्रतिशत से भी कम मार्जिन रहा था, जिसमें चंबा, डलहौजी, इंदौरा, कुल्लू, जसवां परागपुर, नगरोटा, कुल्लू, सुजानपुर, बड़सर, नदौन, श्रीनयनादेवीजी, नालागढ़, सोलन, कसौली, ठियोग, जुब्बल कोटखाई, किन्नौर शामिल है। पिछली बार वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से तीन सीटों पर मार्जिन 450 से भी कम रहा है, जिसमें किन्नौर में 120, बड़सर में 439 और कसौली में 442 मतों का मार्जिन रहा है। किन्नौर में कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने भाजपा प्रत्याशी तेजवंत नेगी को 120 मतों से हराया था। इस बार किन्नौर से तेजवंत सिंह नेगी का टिकट काटकर भाजपा ने सूरत नेगी को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने पुराने प्रत्याशी जगत सिंह नेगी को ही चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा बड़सर में कांग्रेस विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने भाजपा प्रत्याशी बलदेव शर्मा को 439 मतों से हराया था। इस बार बड़सर से भाजपा ने बलदेव शर्मा की पत्नी माया शर्मा को टिकट दिया है। कसौली में स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सहजल ने कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी को 442 वोट से हराया था। इस बार भी कसौली से दोनों प्रत्याशी चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं। चंबा में भाजपा विधायक पवन नायर ने कांग्रेस प्रत्याशी नीरज नायर से 7.2 प्रतिशत 1879 वोट से जीत हासिल की थी। डलहौजी में कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने भाजपा प्रत्याशी डीएस ठाकुर से 556 मतों से जीत हासिल की थीं। इंदौरा से भाजपा विधायक रीटा देवी ने कांग्रेस के कमल किशोर को 1095 मतों से हराया था।

जसवां परागपुर से उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने सुरिंद्र सिंह मनकोटिया को 7.9 प्रतिशत 1862 मतों से हराया था। वहीं, नगरोटा से भाजपा विधायक अरुण कुमार ने कांग्रेस नेता जीएस बाली को एक हजार मतों से हराया था। कुल्लू से कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने भाजपा के महेश्वर सिंह को 1538 मतों से हराया था, सुजानपुर से कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को 1919 मतों से हराया था। वहीं, नदौन से कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भाजपा के विजय अग्निहोत्री को 2349 मतों से हराया था। श्रीनयनादेवी कांग्रेस विधायक रामलाल ठाकुर भाजपा के रणधीर शर्मा से 1042 मतों से जीते थे और इस बार भी दोनों नेता चुनाव मैदान में है। नालागढ़ में कांग्रेस के लखविंद्र राणा ने भाजपा के केएल ठाकुर को 1242 वोट से हराया था। सोलन में कांग्रेस विधायक धनीराम शांडिल ने भाजपा के राजेश कश्यप से 671 मतों से विजयी हुए। ठियोग से विधायक राकेश सिंगा ने भाजपा के राकेश वर्मा को 1983 मतों से हराया था, जबकि जुब्बल कोट खाई से भाजपा के नरेंद्र बरागटा ने रोहित ठाकुर को 1062 मतों से हराया था।
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