- Home
- /
- राज्य
- /
- हिमाचल प्रदेश
- /
- शिमला में अनाज मंडी...
शिमला में अनाज मंडी में सामान लेने वाले लोगों ने प्रशासन से राहत देने की लगाई गुहार
शिमला: शहर की अनाज मंडी में मसाले और दालें खुले में बिक रहे हंै। कारोबारी अपनी दुकान के सामने मसाले का ढेर लगाकर इन्हें बेच रहे हैं, जो न केवल लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि जो लोग अनाज मंडी में अनाज लेने आते हैं, उनको भी चलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हर रोज हजारों लोग यहां अनाज खरीदने आते हैं और यहां से अनाज खरीद कर दूर-दूर अपने घरों तक पहुंचाते हैं। अनाज मंडी में उन्हें अनाज और मसाले कुछ सस्ते मिल जाते हैं, इसलिए वे लोग अपने नजदीक की दुकानों को छोडक़र शिमला में स्थित अनाज मंडी में आकर अनाज और मसाले खरीदने जाते हैं। यहां आलम ऐसा है कि न तो चलने के लिए पूरी तरह से जगह है और जब लोग दुकान के सामने मसाले और दालें खरीदने के लिए खड़े होते हैं तो उससे जाम जैसी समस्या पैदा हो जाती है और हादसे का डर बना रहता है। अनाज मंडी में पहले ही सडक़ें बहुत तंग है, ऊपर से सडक़ों में कई जगह गड्डे भी बने हुए हैं, जो हादसों को दावत दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में यह दुकानदार दुकानों के सामने मसाले और दालों के कट्टे रखकर मसाले बेचते हैं।
बरसात के मौसम में खाने-पीने के सामानों में फंगस लगने का खतरा भी बना रहता है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और साथ ही साथ रोड से धूल उठने पर सारी धूल इन मसालों और दालों में जमा हो जाती है लेकिन कारोबारी को लोगों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है। ये लोग कई सालों से ऐसे ही खुले में अनाज बेच रहे हैं। अनाज खरीदने आई सुनीता चौहान ने बताया कि ये कारोबारी कई सालों से ऐसे ही खुले में अनाज बेचते हैं कभी कबार तो मंडी में भीड़ इतनी हो जाती है कि हमें बिना अनाज लिए ही वापस जाना पड़ता है। वहीं, आरती शर्मा ने बताया कि इस सब्जी मंडी में भीड़ बहुत ज्यादा होता है यहां से लोग अस्पताल के लिए भी जाते हैं और साथ ही साथ स्कूल के बच्चे भी इसी रास्ते से गुजरते हैं ऐसे में उन्हें चोट आने का खतरा बना रहता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि खुले में बिक रहे मसालों व दालों के खुले में न बेचा जाए, ताकि चलने के पर्याप्त रास्ता हो।