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हिमाचल प्रदेश
किसान आंदोलन का असर, ट्रक यूनियन को रोजाना हो रहा दस लाख का घाटा
Apurva Srivastav
16 Feb 2024 2:18 AM GMT
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हिमाचल : किसान आंदोलन हिमाचल के उद्योगों पर भारी पडऩे लगा है, दरअसल किसान आंदोलन ने माल ढुलाई पर खासा असर डाला है। प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन से बीते तीन दिनों से दिल्ली समेत अन्य राज्यों के लिए ट्रकों की आवाजाही लगभग ठप है। हालात यह है कि ट्रकों की आवाजाही ठप होने से कच्चे व तैयार माल की आपूर्ति प्रभावित होने लगी है। दिल्ली के लिए रवाना हुए सैकड़ों ट्रक हरियाणा में फंसे हुए है। यही नहीं दिल्ली के लिए ट्रकों की आवाजाही ठप तो हुई है हरियाणा के रास्ते अन्य राज्यों कें लिए जाने वाले ट्रकों को भी रास्ते में रोक दिया गया है। ऐसे हालातों ने ट्रक आपरेटरों के साथ-साथ उद्यमियों की चिंताए भी बढ़ा दी है। बता दें कि नालागढ़ ट्रक आपरेटर यूनियन से रोजाना 250 से ज्यादा ट्रक दिल्ली के लिए रवाना होते है, लेकिन विगत 13 फरवरी से ट्रकों के पहिए थमे हुए है।
इस कारण जहां ट्रक यूनियन को रोजाना दस लाख का नुकसान झेलना पड़ रहा है । जानकारी के मुताबिक किसान आंदोलन ने ट्रांसपोर्टरों और उद्योगों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। विगत तीन दिनों में करीब एक हजार से ज्यादा ट्रक माल लादकर खड़े हैं, इनमें करोड़ों रुपए का तैयार माल हैं, जो दिल्ली के रास्ते से होते हुए राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा और कोलकाता सहित अन्य राज्यों के लिए जाना है। किसान आंदोलन ने उन ट्रक मालिकों की समस्या बढ़ा दी है। एशिया की सबसे बड़ी ट्रक यूनियनों में शुमार नालागढ़ ट्रक यूनियन के बेडे में दस हजार ट्रक है, जो कि देश के 25 से ज्यादा राज्यों में उद्योगों से तैयार माल लेकर रवाना होते है।
माल ढुलाई में 25 फीसदी गिरावट
नालागढ़ ट्रक आपरेटर यूनियन के महासचिव दिनेश कौशल ने कहा कि आंदोलन की वजह से ट्रकों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। दिल्ली के लिए ट्रकों की आवाजाही तीन दिन से पुरी तरह से ठप पड़ी है। यही नहीं अन्य राज्यों के लिए भी माल ढुलाई में 30 से 40 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। किसानों के हुजूम की वजह से कई राजमार्ग पर जाम हैं।
उद्यगों में कच्चे माल की कमी
लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष हरबंस पटियाल ने कहा कि अभी तक उद्योग स्थिति पर नजर रखे हुए है। बढ़ते दिन के साथ उद्योगों में कच्चे माल की कमी होने लगी है, जबकि तैयार माल की समय पर आपूर्ति नहीं हो पा रही है। हालात यह है कि कुछ उद्योगों में रोजाना कच्चा माल आता है ऐसे उद्योगों में उत्पादन प्रभावित हुआ है।
शंभू बार्डर पर रोक दी गाडिय़ां
एनआईए के पूर्व सचिव अनिल शर्मा ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन से बीत तीन दिन से दिल्ली के लिए माल ढुलाई ठप पड़ी है , न तो तैयार माल जा पा रहा है न ही कच्चा माल दिल्ली से यहां पहुंच पा रहा है। शंभू बार्डर व हरियाणा में भी कई स्थानों पर किसान आंदोलन के चलते ट्रकों को रोका जा रहा है जिससे ट्रक संचालकों के ट्रक खड़े हो गए है।
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Apurva Srivastav
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