हिमाचल प्रदेश

आई.आई.टी. का 10वां दीक्षांत समारोह, 462 विद्यार्थियों को प्रदान की डिग्री

Shantanu Roy
6 Dec 2022 9:16 AM GMT
आई.आई.टी. का 10वां दीक्षांत समारोह, 462 विद्यार्थियों को प्रदान की डिग्री
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मंडी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) मंडी में बी.टैक. कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग 2022 बैच के छात्र पीयूष गोयल ने गोल्ड और राजस्थान के जयपुर निवासी शिक्षक के बेटे भुमान्यू गोयल ने डायरैक्टर्स गोल्ड मैडल अपने नाम किया। बी.टैक. इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में आशीष आनंद ने रजत पदक हासिल किया। ये मैडल सोमवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) के 10वें दीक्षांत समारोह में मेधावियों को प्रदान किए गए। समारोह में 348 छात्रों और 114 छात्राओं सहित 462 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गईं। इस वर्ष संस्थान ने 64 पीएच.डी. डिग्री प्रदान कीं, जो एक शैक्षणिक वर्ष में आई.आई.टी. मंडी के लिए अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। संस्थान के विभिन्न संकायों से उत्तीर्ण विद्यार्थियों का आंकड़े में इस वर्ष आई.आई.टी. मंडी अंडर ग्रैजुएट कार्यक्रम की 33 छात्राएं, पोस्ट ग्रैजुएट और मास्टर प्रोग्राम की 49 छात्राएं, पीएच.डी. में 28 छात्राएं और आई.पी.एच.डी. कार्यक्रम की 4 छात्राएं डिग्री प्राप्त करने में सफल रही हैं। समारोह में मुख्यातिथि प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमराफ एरिजोना विश्वविद्यालय यू.एस.ए., जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. अखिलेश गुप्ता सचिव विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड नई दिल्ली डा. किंगशुक बनर्जी निदेशक हिताची इंडिया प्राइवेट लिमिडेट बेंगलुरु और वूचन चांग निदेशक कोइका इंडिया नई दिल्ली उपस्थित रहे। दीक्षांत समारोह के अध्यक्ष के रूप में प्रो. प्रेमव्रत चेयरमैन बोर्ड ऑफ गवर्नर्स आई.आई.टी. मंडी ने भाग लिया।
इन विषयों की वितरित कीं डिग्रियां
दीक्षांत समारोह में पीएच.डी. कोर्स में 59, आई.पी.एच.डी. में 5, शोध में 29 और एम.टैक. के मैकेनिकल इंजीनियरिंग एनर्जी सिस्टम्स में विशेषज्ञता में 10, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में 11, पावर इलैक्ट्रॉनिक्स एवं ड्राइव्स में 13, एनर्जी इंजीनियरिंग मैटीरियल्स विशेषज्ञता में 12, कम्युनिकेशंस एंड सिग्नल प्रोसैसिंग में 4, बायोटैक्नोलॉजी में 12 और इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग वी.एल.एस.आई. में 14 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इसके साथ एम.एससी. के एप्लाइड मैथमैटिक्स में 31, कैमिस्ट्री में 39, फिजिक्स में 25, एम.ए. डिवैल्पमैंट स्टडीज में 10, बी.टैक.कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में 86, इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 59, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 23 और सिविल इंजीनियरिंग में 20 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं।
चेतना ब्रह्मांड का मौलिक गुण : प्रो. स्टुअर्ट
विद्याॢथयों को संबोधित करते हुए प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमराफ ने कहा कि चेतना ब्रह्मांड का मौलिक गुण है। क्वांटम ब्रेन के जीव विज्ञान में जो एक इनवार्ड हायरार्की है, वह भारतीय ज्ञान प्रणालियों के अनुरूप है। क्वांटम स्टेट में कमी ब्रेन हायरार्की के विभिन्न स्तरों पर हो सकती है, ब्रह्म से आत्मा तक। गहरे आंतरिक स्तरों पर जीव विज्ञान से स्वतंत्र स्पेसटाइम ज्योमैट्री में चेतना मौजूद हो सकती है। थैरेपी का लक्ष्य माइक्रोट्यूब रेजोनैंस होता है अर्थात दर्द रहित, सुरक्षित और मस्तिष्क के लिए सुखद जबकि अल्ट्रासाऊंड से मानसिक और संज्ञानात्मक विकारों का इलाज किया जा सकता है। मुख्यातिथि ने क्वांटम कम्प्यूटिंग और क्वांटम बायोलॉजी को हमारा भविष्य बताया और विद्यार्थियों को इस पर ध्यान देने की सलाह देते हुए अपना संबोधन समाप्त किया।
शिक्षकों से प्राप्त सीख के साथ जीवन-यापन करें : प्रो. प्रेमव्रत
आई.आई.टी. मंडी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष प्रो. प्रेमव्रत ने कहा कि आई.आई.टी. मंडी के विद्यार्थियों में सही सोच, ज्ञान और कौशल का विकास कर संस्थान ने उन्हें एक अच्छा इंसान और एक सफल प्रोफैशनल बनने का अवसर दिया है। अब गुरु दक्षिणा का समय आ गया है। वे आजीवन आई.आई.टी. और शिक्षकों से प्राप्त सीख के साथ जीवन-यापन करें। संस्थान के शिक्षकों की प्रेरणा और प्रयास से उन्हें सबके विकास और सस्टेनेबल विकास के जो मूल्य मिले, उन पर काम करें। इससे बेहतर और अधिक मूल्यवान गुरु दक्षिणा नहीं हो सकती है।
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