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शिमला: ठियोग में साइबर ठगी से आहत एक युवक के सुसाइड करने का मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने युवक को एक लाख 40 हजार रुपए की चपत लगा दी। ठगी से परेशान युवक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार साइबर ठगों ने युवक के घर पर एक कंपनी के नाम से स्क्रैच कूपन भेजा। कूपन इनाम के तौर पर कार देने का लालच दिया गया था। मृतक युवक के परिजनों ने दो महीने बाद मामले की शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के मुताबिक ठियोग पुलिस थाना के तहत मतियाना निवासी प्रेमलाल शर्मा के घर पर डाक के माध्यम से उनकी बेटी के नाम एक लिफाफा आया था। ये लिफाफा कथित तौर पर किसी आयुर्वेदिक कंपनी कंपनी की तरफ से पोस्ट किया गया था। इसमें उन्हें लकी ड्रॉ का विजेता बताते हुए स्क्रैच कार्ड भेजा गया था, जिसमें कार मिलने की बात कह गई थी। जब प्रेमलाल शर्मा के बेटे विनीत शर्मा ने कूपन कार्ड को स्क्रैच किया तो उसमें एक हेल्पलाइन नंबर अंकित था। विनीत ने उस नंबर पर फोन किया, तो दूसरी ओर गिफ्ट में मिली कार हासिल करने के लिए कुछ जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए कहा गया। इसमें कहा गया कि टैक्स कुछ राशि जमा करानी होगी।
विनीत साइबर अपराधियों के झांसे में आ गया। उसने अपने गूगल पे अकाउंट से ठगों के खाते में तीन बार में 3500 रुपए, 1,10,500 रुपए और फिर साढ़े 26 हजार रुपए का भुगतान किया। ये पैसे ट्रांसफर होते ही हेल्पलाइन नंबर बंद आने लगा। विनीत को एहसास हो चुका था कि वह ठगी का शिकार हो गया है। कहा जाता है कि इसी बात से आहत होकर विनीत ने आत्महत्या कर ली। उधर, डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि युवक मौत के दो महीने बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत दी है। डीएसपी ने कहा कि पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर सीआरपीसी-174 और 420 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि साइबर क्रिमिनल नए-नए हथकंडे अपनाकर ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे सचेत रहें। ऑनलाइन भुगतान करने से पहले भलीभांति जांच-परख लें। यदि ठगी का शिकार हो गए तो घबराएं नहीं, बल्कि पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।