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हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन और प्रसंस्करण निगम लिमिटेड (एचपीएमसी) के अधिकारी पहली बार सोमवार से मंडियों में आढ़तियों की तरह सेब की बोलियां लगाते नजर आएंगे। आज तक सी ग्रेड सेब की खरीद करने वाला एचपीएमसी पहली बार ए ग्रेड सेब की खरीद करेगा। शिमला की पराला, सोलन और परवाणू मंडी में एचपीएमसी सेब खरीद शुरू करने जा रहा है
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने प्रबंध निदेशक सुदेश कुमार मोख्टा और महाप्रबंधक हितेश आजाद को मंडियों में बागवानों से सेब खरीद की व्यवस्था प्रभावी तरीके से लागू करने का जिम्मा सौंपा है। प्रदेश सरकार की ओर से शनिवार शाम जारी आदेशों के बाद दोनों अधिकारियों ने सेब खरीद और विपणन के लिए कमेटियां गठित कर दी हैं। पराला, सोलन और परवाणू में सेब खरीद के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक स्तर के अधिकारियों को प्रभारी बनाया गया है।
विपणन के लिए मुख्यालय स्तर पर कमेटी गठित की गई है। कृषि विपणन बोर्ड ने एपीएमसी शिमला और सोलन को सोमवार सुबह तीनों मंडियाें में एचपीएमसी को वांछित स्थान उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। मंडियों में खरीदे गए सेब के विपणन के लिए सरकार ने एचपीएमसी को बड़ी निजी कंपनियों से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं, जिससे बागवानों को उपज की कीमत जल्द मिल सके। बिग बास्केट, वाॅलमार्ट, रिलायंस फ्रेश और सफल सहित अन्य कंपनियां जल्द ही सेब खरीद शुरू कर देंगी।
बागवानों को जल्द मिले पैसा
बागवानों के हितों की रक्षा और आढ़तियों की मनमानी पर अंकुश लगाने को सरकार ने मंडियों में एचपीएमसी के माध्यम से सेब खरीद का फैसला किया है। पहले चरण में पराला, सोलन और परवाणू में सोमवार से सेब खरीद शुरू होगी। अगले चरण में अन्य मंडियों में भी सेब खरीद शुरू करेंगे। एचपीएमसी को निर्देश दिए हैं कि बागवानों को उपज का पैसा जल्द से जल्द मिले।
बड़ा सवाल, बागवान को कब मिलेगी पेमेंट
एपीएमसी एक्ट के तहत जिस दिन मंडियों में किसान का उत्पाद बिकेगा, उसी दिन पेमेंट दी जानी चाहिए। मंडियों में आढ़ती अपनी सहूलियत से बागवानों को 15 दिन, एक महीने, 6 महीने या साल बाद पेमेंट करते हैंं। एचपीएमसी कब पेमेंट करेगा, बागवानों के जहन में यह बड़ा सवाल है। क्योंकि बागवानों से सी ग्रेड सेब की खरीद का पैसा सालों तक नहीं चुकाया जाता है।
पराला, भट्ठाकुफर में किलो के आधार पर बिका सेब
सरकार की सख्ती के बाद रविवार को शिमला की भट्ठाकुफर और ठियोग की पराला मंडी में आढ़तियों ने किलो के आधार पर सेब की बोली लगाई। हालांकि कुछ आढ़ती चालाकी करते भी नजर आए। आढ़ती जब किलो के हिसाब से बोली लगा रहा था, तब उसका मुंशी 22 किलो के हिसाब से पेटी का रेट भी ऊंची आवाज में बोल रहा था।
बाहरी राज्यों के आढ़ती लाइसेंस के लिए आज से कर सकेंगे आवेदन
प्रदेश की मंडियों में सेब खरीद के लिए बाहरी राज्यों के आढ़ती आज से कृषि विपणन बोर्ड और एपीएमसी में आवेदन कर सकेंगे। लाइसेंस लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन की भी सुविधा दी गई है। बोर्ड और समिति की वेबसाइट पर दिए गए लिंक के माध्यम से लाइसेंस के लिए आवेदन होगा।