हिमाचल प्रदेश

हिमाचल जल्द ही शिक्षा में नंबर-1 बनेगा, लेकिन कैसे...

Admin Delhi 1
27 Aug 2022 1:10 PM GMT
हिमाचल जल्द ही शिक्षा में नंबर-1 बनेगा, लेकिन कैसे...
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नाहन न्यूज़: हिमाचल के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी का कुछ दिनों पहले एक बयान सामने आया था। जिसमें मंत्री जी ने कहा था कि "हिमाचल जल्द ही शिक्षा में नंबर-1 बनेगा।" कब और कैसे बनेगा? यह तो स्वयं ऊर्जा मंत्री जी ही बता सकते हैं, लेकिन धरातल से जो तस्वीरें आ रही है, उसे देखकर ऐसा होना संभव नजर नहीं आ रहा। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि प्रदेश में अभी भी कई ऐसे स्कूल है जिनकी हालत बेहद ही खस्ता है। कई स्कूलों में अध्यापक नहीं है, तो कहीं स्कूल की बिल्डिंग जर्जर हो गई है। शनिवार को विकासखंड संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्कूल चियाडो के विद्यार्थियों की कुछ तस्वीरें सामने आई है। तस्वीरों में साफ़ दिखाई दे रहा है कि जिन नन्हे हाथों में किताबें व कलम होनी चाहिए, उन्हीं नन्हे हाथों ने बाल्टी व जग उठा कर तालाब में तब्दील हुए कमरे की सफाई करनी शुरू कर दी।

दरअसल, पिछले दो-तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण स्कूल के कमरे में पानी घुस गया था। पानी इतना अधिक था कि मानो कमरे तालाब बन गए हो। शनिवार को जैसे ही बारिश का दौर थम गया, बच्चे स्कूल पहुंच गए। स्कूल के कमरों में पानी घुस जाने की वजह से कक्षाएं लगाना संभव नहीं हो रहा था। ऐसे में बच्चों सहित स्कूल के अध्यापक व महिला मिड डे मील वर्कर ने बाल्टियां व जग उठाकर कमरे की सफाई करना शुरू कर दी। उल्लेखनीय है कि दो दिनों पहले स्कूल पर एक पेड़ गिर गया था, गनीमत यह थी कि इस दौरान स्कूल में बच्चे मौजूद नहीं थे। डेढ़ सालों से डेपुटेशन पर चल रहा स्कूल बता दें कि ये स्कूल पिछले डेढ़ सालों से डेपुटेशन पर चल रहा है। यहां पर किसी भी अध्यापक को स्थाई नियुक्ति नहीं दी गई है। अलग-अलग दिन पर अलग-अलग अध्यापक आकर बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं।

स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष शेर सिंह व अन्य सदस्य दुलाराम, पूर्व बीडीसी सदस्य नेत्र सिंह, मदनलाल, दीप राम व रामपाल शर्मा ने कहा कि स्थाई अध्यापक न होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द यहां किसी स्थाई अध्यापक को नियुक्ति दी जाए, ताकि बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में परेशानियों का सामना न करना पड़े।

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