हिमाचल प्रदेश

मेडिकल डिवाइस पार्क में इजरायल को तकनीकी पार्टनर बनाएगा हिमाचल, 90 यूनिट होंगे स्‍थापित

Kunti Dhruw
6 Feb 2022 7:02 AM GMT
मेडिकल डिवाइस पार्क में इजरायल को तकनीकी पार्टनर बनाएगा हिमाचल, 90 यूनिट होंगे स्‍थापित
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हिमाचल में स्थापित होने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क या फिर साइंस सिटी में तकनीकी पार्टनरशिप इजरायल से ली जाएगी।

शिमला, Medical Device Park, हिमाचल में स्थापित होने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क या फिर साइंस सिटी में तकनीकी पार्टनरशिप इजरायल से ली जाएगी। दुनिया में आधुनिक तकनीक के मामले में इजरायल सबसे अग्रणी देश माना जाता है। इसके लिए उद्योग विभाग की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और अगले वित्त वर्ष में औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। पार्क में 90 यूनिट स्थापित किए जाएंगे। जिनमें देश की नामी चिकित्सा उपकरण निर्माता कंपनियों को बुलाया जाएगा। दक्षिण भारत में विशाखापत्तनम में स्थापित मेडिकल डिवाइस पार्क से हिमाचल में निवेश करने के लिए कंपनियां आने को तैयार है।

उद्योग विभाग की ओर से इच्छुक कंपनियों के साथ निवेश संबंधी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार से राज्य को एक सौ करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता चरणबद्ध ढंग से प्राप्त होगी। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इस वित्त वर्ष के अंतिम माह में केंद्र से पच्चीस करोड़ रुपये की पहली किस्त प्राप्त हो सकती है। मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित करने के लिए सरकार की ओर से भी अगले वित्त वर्ष के बजट में धनराशि का प्रावधान किया जाएगा।
सस्ते होंगे स्टंट और दूसरे चिकित्सा उपकरण
अभी अमेरिका, चीन से चिकित्सा उपकरण आयात करने पड़ते हैं। उदाहरण के तौर पर ह्रदय रोगियों को स्टंट लगाए जाते हैं। जोकि आयातित होने के कारण महंगे होते हैं। इसी तरह से नकली दांत अमेरिका से बनकर आते हैं। चाहे हड्डियों को जोड़ने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले राड, स्क्रू और दूसरे यंत्र। अस्पतालों में मरीजों के इलाज में उपयोग होने वाले अधिकांश चिकित्सा उपकरण आयातित होते हैं। नालागढ़ में स्थापित होने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क में निर्मित होने वाले चिकित्सा उपकरण सस्ते होंगे।बजट में प्रावधान होगा
चार मार्च को विधानसभा में पेश होने वाले सरकार के अंतिम बजट में मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए बजट प्रावधान होगा। सरकार इसके लिए ढाई सौ करोड़ रुपये का बजट घोषित कर सकती है। शर्त के मुताबिक पार्क दो वर्ष के भीतर बनाना होगा। इस पार्क में 90 कंपनियों की ओर से पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा। सीधे तौर पर दस हजार लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।10 आइटीआइ में नए पाठयक्रम शुरू होंगे
मेडिकल डिवाइस पार्क में शिक्षित-प्रशिक्षित श्रेणियों के कामगारों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए नए शैक्षणिक सत्र में दस आइटीआइ में नए पाटयक्रम शुरू होंगे। बड़े स्तर पर विज्ञान विषय के अभियंताओं को रोजगार मिलेगा।
क्‍या कहते हैं अधिकारी
उद्योग विभाग के निदेशक राकेश प्रजापति ने कहा मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित करने के लिए इजरायल से तकनीकी सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। केंद्र सरकार से पच्चीस करोड़ रुपये की पहली किस्त मिलने पर नए वित्त वर्ष में मेडिकल डिवाइस पार्क निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया जाएगा।
अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव उद्योग आरडी धीमान ने कहा मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित होने से हिमाचली टैलेंट को रोजगार के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। निवेश पांच हजार करोड़ रुपये का होगा, लेकिन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर बीस हजार लोगों को स्थायी आय का जरिया बनेगा।
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