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हिमाचल प्रदेश: दो छात्रों को मिली 1.12 करोड़ के सालाना पैकेज पर नौकरी

Deepa Sahu
10 Dec 2021 2:20 PM GMT
हिमाचल प्रदेश: दो छात्रों को मिली 1.12 करोड़ के सालाना पैकेज पर नौकरी
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हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में स्थित राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (एनआईटी) के विद्यार्थियों की देश-विदेश की नामी कंपनियों में मांग बढ़ती ही जा रही है।

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में स्थित राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (एनआईटी) के विद्यार्थियों की देश-विदेश की नामी कंपनियों में मांग बढ़ती ही जा रही है। शुक्रवार को बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के दो छात्रों विशाल श्रीवास्तव और निशित अत्री का अमेजन लंदन में 1.12 करोड़ रुपये के सालाना पैकेज पर चयन हुआ है। कंपनी ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले इन दोनों को जॉब ऑफर लेटर जारी कर दिए हैं। दोनों छात्र अगले साल 2022 में अपनी डिग्री कोर्स को पूरा करने के बाद कंपनी में ज्वाइनिंग देंगे।

बीते छह माह में एनआईटी हमीरपुर के आधा दर्जन छात्रों का चयन एक करोड़ रुपये से अधिक के सालाना पैकेज पर विभिन्न कंपनियों में हो चुका है। नौ नवंबर 2021 को जिला हमीरपुर के रहने वाले प्रतीक भरत शर्मा को अमेजन बर्लिन से वार्षिक 1.12 करोड़ रुपये वेतन पैकेज के साथ ऑफ कैंपस प्लेसमेंट ऑफर मिला है। उन्हें गूगल कंपनी से ऑफ कैंपस ऑफर और पेटीएम से ऑन कैंपस प्लेसमेंट ऑफर भी मिला है। प्रतीक की माता सुमन लता राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जोल सप्पड़ जिला हमीरपुर में शिक्षिका हैं।
इससे पूर्व सितंबर में एनआईटी हमीरपुर के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग दोहरी डिग्री के छात्र निशांत हाडा का चयन अमेरिका की एक फाइनेंस कंपनी में 1.51 करोड़ के सालाना पैकेज पर हुआ है। सिरमौर निवासी बीटेक कंप्यूटर साइंस अंतिम वर्ष की छात्रा साभ्या सूद का चयन अक्तूबर में यूके की अमेजन कंपनी में 1.09 करोड़ के सालाना पैकेज पर हो चुका है। साभ्या सूद हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के राजगढ़ की रहने वाली हैं। एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने दोनों विद्यार्थियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
जानें एनआईटी हमीरपुर को
एनआईटी हमीरपुर देश के उन 31 एनआईटी में से एक है जो सात अगस्त 1986 को भारत सरकार व राज्य सरकार के एक संयुक्त व सहकारी उद्यम के तौर पर क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में अस्तित्व में आया। स्थापना के समय सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में प्रत्येक में 30 छात्रों का प्रवेश हुआ था। 26 जून 2002 को इसे डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में अपग्रेड किया गया। संस्थान का मिशन गुणवत्ता और मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने से इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, वास्तुकला और विज्ञान के क्षेत्र में अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करने का है। इसके अलावा विद्यार्थियों को उच्च नैतिक मूल्यों के साथ जिम्मेदार नागरिक और सक्षम पेशेवर बनने के लिए प्रेरित करने के अलावा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी मानव संसाधन की अपेक्षाओं को पूरा करना है।
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