हिमाचल प्रदेश

परमार के योगदान को नहीं भुला सकता हिमाचल : विधानसभा अध्यक्ष

Shreya
5 Aug 2023 1:19 PM GMT
परमार के योगदान को नहीं भुला सकता हिमाचल : विधानसभा अध्यक्ष
x

शिमला: विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि डॉ. यशवंत सिंह परमार एक महान योद्धा थे। उनके बलिदान को हिमाचल कभी भुला नहीं सकेगा। कुलदीप पठानिया शुक्रवार को यशवंत सिंह परमार की 117वींं जयंती पर हिमाचल सरकार और विधानसभा सचिवालय के संयुक्त तत्वधान में आयोजित कार्यक्रम को विधानसभा सचिवालय के पुस्तकालय कक्ष में संबोधित कर रहे थे। श्री पठानिया ने कहा कि डा. परमार ने 15 अप्रैल, 1948 को हिमाचल निर्माण और पहली नवंबर 1966 को विशाल हिमाचल के गठन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, वहीं 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश को भारतीय गणराज्य का 18वां राज्य घोषित करने में निर्णायक भूमिका निभाई थी। पठानिया ने कहा कि डा. परमार सडक़ों को हिमाचल की जीवन रेखा बताते थे। उन्हें मालूम था कि हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है।

यहां सडक़ों के बिना विकास संभव नहीं है। इसलिए वह समय-समय पर केंद्र सरकार के समक्ष सिर्फ सडक़ और सडक़ के मुद्दों को प्रमुखता से उठाते रहे। श्री पठानिया ने कहा कि आज हम हिमाचल को फल राज्य मानते हैं। इसका श्रेय डा. यशवंत सिंह परमार को जाता है। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

ये भी रहे मौजूद

कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह के अतिरिक्त विपिन सिंह परमार, डा. हंस राज, डॉ. परमार के परिवार के सदस्य उनके पौत्र आनंद परमार और प्रपौत्र यशस्वी सिंह, लोकायुक्त सीबी बरोवालिया, सीपीएस मोहन लाल ब्राक्टा, आशीष बुटेल, किशोरी लाल, संजय अवस्थी, यशपाल शर्मा और विधान सभा सचिवालय के अधिकारी सहित कर्मचारी मौजूद रहे।

डा. परमार का जीवन देता है आगे बढऩे की प्रेरणा

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि डा. यशवंत सिंह परमार का जीवन आगे बढऩे के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री का कार्यकाल पूरा करने के बाद सब्जी लाना और बस में सफर करना उनके जीवन से प्रेरणा लेने लायक तथ्य हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। हमें उनके जीवन से प्रेरणा मिलती है। उन्होंने हमेशा ईमानदारी से काम किया। लक्ष्य कितना भी जटिल हो, उसे हासिल करने के लिए लगातार प्रयास करते रहना चाहिए।

Next Story