हिमाचल प्रदेश

भारी बारिश का कहर, भूस्खलन से हवा में लटका मकान

Gulabi Jagat
14 July 2022 3:01 PM GMT
भारी बारिश का कहर, भूस्खलन से हवा में लटका मकान
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हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में गुरुवार को बरसात आफत बनकर बरसी
हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में गुरुवार को बरसात आफत बनकर बरसी। मंडी, बल्ह, सराज, नाचन, सरकाघाट क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के कारण बहुत नुकसान हुआ है। चंडीगढ़-मनाली एनएच सहित छह सड़कें बाधित हो गई हैं। कुछ सड़कें जलमग्न हो गई हैं। सात मील के पास हुए भूस्खलन के कारण मार्ग शाम 6:45 बजे बाधित हो गया। इससे वाहनों की आवाजाही रुक गई। वाहनों को वाया बजौरा भेजा गया है। मंडी शहर में भारी बारिश के चलते एक घंटे तक बाजार में अफरातफरी का माहौल रहा। नदी और नाले उफान पर हैं। सुकेती खड्ड और ब्यास में जलस्तर बढ़ गया है। बल्ह में हुई बारिश से जहां पूरा बाजार कुछ देर के लिए जलमग्न हो गया, वहीं नेरचौक मेडिकल कॉलेज का परिसर पानी से लबालब भर गया। आपातकालीन भवन तक पानी पहुंच गया। एक घंटे तक मरीजों और तीमारदारों के लिए अंदर और बाहर जाना कठिन हो गया।
वाहनों के टायर भी पानी में डूब गए थे। उधर बारिश के कारण बल्ह में टमाटर की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा है। खेतों में पानी के चलते टमाटर खराब हो रहा है। नाचन के तहत कोट-देवीदहड़ और चैलचौक-मोवीसेरी सड़क बंद हो गई है। सराज की लंबाथाच-कुलथनी सड़क शिवाखड्ड के पास मलबा और पानी आने से बंद हो गई। सरकाघाट में तेज बारिश के चलते भांबला-रमेहड़ा और बतैल-खनोट मार्ग बंद हो गए हैं। भारी बारिश से नाचन की चैलचौक-जंजैहली सड़क के गणेश चौक पर इतना पानी जमा हो गया कि यह तालाब लगने लगा। इसके चलते यहां पर यातायात प्रभावित रहा। उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने सभी जिलावासियों से आग्रह किया है कि बारिश के दौरान नदी-नालों की ओर न जाएं। वहीं, विक्टोरिया पुल मंडी के पास सड़क किनारे खड़ी गाड़ी पर पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिर गए। इससे गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि हादसे के समय गाड़ी में कोई नहीं था।
हाईवे पर गिरा पेड़, आधा घंटा यातायात बाधित
चंडीगढ़ हाईवे पर वीरवार दोपहर बाद शहर के रैस्ट हाउस चौक के निकट मूसलाधार बारिश के बीच एक पेड़ सड़क पर आ गिरा। इसके कारण करीब आधा घंटा तक हाईवे की एक लेन पर यातायात बाधित हो गया। बारिश के थमते ही स्थानीय लोगों के सहयोग से पेड़ को एक तरफ किया गया। इसके बाद यातायात बहाल हो पाया।
बसाही से चीहर तक दरकती चट्टानों से हादसों का खतरा
सरकाघाट मार्ग पर बरसात में सफर जोखिम भरा बना हुआ है। बसाही से चीहर तक दरकती चट्टानों के बीच गुजर रहे वाहन चालकों को हादसे का डर सता रहा है। पिछली बरसात में करीब 10 बार सड़क पर भूस्खलन होने से यातायात बाधित रहा। कई वाहन हादसे की चपेट में आने से बाल-बाल बचे थे। इस बार मार्ग पर करीब आठ बार पहाड़ी से मलबा आया। नागदयाड़ा, चीहर के पास हवा में लटकी चट्टानें हादसों को न्योता दे रही हैं। सड़क के किनारे सांकेतिक बोर्ड का अभाव भी है वहीं ब्लैक स्पॉट भी नहीं सुधारे गए हैं। मार्ग पर लंबी दूरी की बसों के साथ परिवहन निगम और निजी बसों का आवागमन होता है। कई स्थानों पर न तो क्रैश बैरियर हैं और न ही सड़क हादसों को रोकने के लिए कंकरीट पैरापिट की कोई व्यवस्था की गई है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संदीप सूद ने बताया कि बसाही से चीहर तक भूस्खलन से संभावित क्षेत्र में क्रैश बैरियर लगाए जा चुके हैं। चिह्नित ब्लैक स्पॉट पर भी साइन बोर्ड और क्रैश बैरियर शीघ्र लगाए जाएंगे। तीखे मोड़ पर रिफ्लेक्टर लगाने की योजना पर भी विभाग कार्य कर रहा है।
प्रदेश में छह बिजली ट्रांसफार्मर और 23 पेयजल योजनाएं ठप, भारी बारिश का येलो अलर्ट
भारी बारिश से कहर। - फोटो : संवाद
जिला कांगड़ा के जसवां परागपुर के रक्कड़ में तहसील भवन के साथ लगाई गई सुरक्षा दीवार का एक हिस्सा बारिश के कारण गिर गया। इससे तहसील भवन को खतरा बन गया है। शुक्रवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। गुरुवार शाम तक प्रदेश में बारिश से सात सड़कें, छह बिजली ट्रांसफार्मर और 23 पेयजल योजनाएं ठप रही। मंडी में चार और चंबा, कुल्लू व लाहौल स्पीति में एक-एक सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद रही। कुल्लू जिला में पांच और चंबा में एक बिजली ट्रांसफार्मर बंद होने से कई क्षेत्रों में बिजली गुल रही। चंबा में 20 और बिलासपुर में 23 पेयजल योजनाएं भी ठप हो गई हैं। इसके अलावा प्रदेश में छह पक्के और सात कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। कुल्लू में पांच दुकानें और 11 घराट भी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रदेश में जारी बारिश से अभी तक 17,265 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
क्षेत्र अधिकतम न्यूनतम
ऊना 34.8 22.0
कांगड़ा 32.2 23.2
हमीरपुर 32.1 22.9
बिलासपुर 29.8 24.5
चंबा 29.8 23.5
नाहन 29.4 24.7
धर्मशाला 28.0 19.2
शिमला 24.2 17.2
कल्पा 22.2 13.6
केलांग 21.9 13.6
क्षेत्र बारिश (मिलीमीटर में)
धर्मशाला 105
पांवटा साहिब 74
पालमपुर 68
सरकाघाट 41
घुमारवीं 33
नारकंडा 24
शिमला 17
कोटखाई 13
ऊना 10
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