हिमाचल प्रदेश

हिमाचल के 7 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

Shantanu Roy
22 July 2023 9:34 AM GMT
हिमाचल के 7 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
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शिमला। मौसम विभाग ने राज्य में आगामी 24 घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। शनिवार को ऑरैंज अलर्ट के बीच में राज्य में चल रही वर्षा गतिविधि में वृद्धि होने की संभावना जताई गई है और चम्बा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन में भारी बारिश, जबकि सिरमौर, ऊना, हमीरपुर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। अगले तीन दिनों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में आंधी/बिजली गिरने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के निचले और मध्य पर्वतीय जिलों में 4 दिनों तक भारी बारिश हो सकती है। अगले 4 से 5 दिनों के दौरान औसत अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य रहने की संभावना है। प्रदेश के कई भागों में 27 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने के आसार हैं। शनिवार को धौलाकुआं में अधिकतम तापमान 36, केलांग में न्यूनतम तापमान 13.3 जबकि राजधानी शिमला का अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया है। भारी बारिश की स्थिति में कांगड़ा, चम्बा, शिमला, मंडी, कुल्लू, सिरमौर, सोलन, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिले में अचानक बाढ़ की आशंका जताई गई है।
इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है और लोगों को नदी-नालों से दूर रहने, गंतव्य रवाना होने से पहले मार्ग व ट्रैफिक जांच, यातायात सलाह का अनुपालन, जलभराव वाले क्षेत्रों से बचने, संबंधित विभागों के निर्देशों का अनुपालना और असुरक्षित भवनों व स्थानों से बचने की सलाह दी गई है। प्रदेश में पिछले सप्ताह की भारी बारिश के बाद 605 सड़कें कई दिनों से बंद पड़ी हैं। शिमला जोन में 341, मंडी जोन में 211, हमीरपुर जोन में 6 व कांगड़ा जोन में 45 सड़कें बंद पड़ी हैं, जबकि 720 से ज्यादा रूट्स पर बस सेवाएं सप्ताह से भी अधिक समय से ठप्प हैं। लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के संपर्क मार्ग बंद होने से सेब ढुलाई पर भी बुरा असर पड़ रहा है। 1138 बिजली के ट्रांसफार्मर भी बंद हैं, जिससे लोगों की रात एक सप्ताह से अंधेरे में बीत रही है। प्रदेश में मौजूदा मानसून सीजन के दौरान 138 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 38 लोगों की मौत लैंड स्लाइड व अचानक बाढ़ आने के कारण हुई है। 12 लोग अभी भी लापता हैं, जबकि 169 लोग घायल भी हुए हैं। भूस्खलन की 65 और बाढ़ आने की 46 घटनाएं घटित हो चुकी हैं। 586 मकान जमींदोज हुए हैं, 5030 मकानों को आंशिक क्षति हुई है। वहीं 234 दुकानें व 1500 गाऊशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं।
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